बेरोजगारी: गुजरात में 3,400 पदों के लिए 17 लाख युवाओं ने किया आवेदन
देश में बेरोजगारी की दर दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इसका अंदाजा गुजरात में तलाटी (राजस्व क्लर्क) के 3,400 पदों के लिए निकाली गई भर्ती के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की संख्या से लगाया जा सकता है। इन पदों पर भर्ती के लिए 17 लाख युवाओं ने आवेदन किया है। इन पदों के लिए शैक्षणिक योग्यता सिर्फ कक्षा 10 मांगी गई थी, लेकिन ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन कर चुके उम्मीदवारों ने भी आवेदन किया है।
500 में से किसी एक उम्मीदवार का होगा चयन
गुजरात पंचायत सर्विस सलेक्शन बोर्ड (GPSSB) के तरफ से इन पदों पर भर्ती के लिए फरवरी, 2022 में आवेदन मांगे गए थे। इन पदों के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की संख्या असल में 18 लाख थी, लेकिन कुछ कारणों से एक लाख उम्मीदवारों का आवेदन निरस्त कर दिया गया और अब 17 लाख उम्मीदवार जुलाई में इसकी परीक्षा देंगे। इसका मतलब अब हर एक पद के लिए 500 उम्मीदवार हैं।
तलाटी के पद पर चयन होने के बाद वेतन कितना मिलेगा?
तलाटी के पद पर चयनित होने वाले उम्मीदवारों को गांवों की फसल और भूमि अभिलेखों का रखरखाव और टैक्स और सिंचाई बकाया वसूल करना होगा। चयनित उम्मीदवारों को 19,950/- रूपये प्रति माह वेतन मिलेगा और इसके साथ ही पेंशन, अवकाश, सरकारी आवास, परिवहन सुविधा या वाहन, वेतन वृद्धि और प्रोत्साहन, पर्याप्त पैतृक और मातृ अवकाश, नौकरी प्रशिक्षण, चिकित्सा सुविधाएं, निश्चित व्यक्तिगत वेतन, व्यावसायिक विकास, स्वास्थ्य बीमा, बाल सुरक्षा और बोनस जैसी सुविधाएं मिलेंगी।
गुजरात में पिछले दो साल में मात्र 1,287 लोगों को मिली सरकारी नौकरी
गुजरात विधानसभा में पेश किए गए आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में पिछले दो सालों में सिर्फ 1,287 लोगों को सरकारी नौकरी मिली, जबकि राज्य में 3,46,436 शिक्षित लोग बेरोजगार हैं। गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष जगदीश ठाकोर ने तलाटी की भर्ती के लिए कुल आवेदकों की संख्या का जिक्र करते हुए ट्विटर पर राज्य की मौजूदा भाजपा सरकार पर हमला बोला और लिखा, 'क्या यही है गुजरात मॉडल?'
गुजरात के श्रम और रोजगार मंत्री ने बेरोज़गारी पर दिया ये बयान
गुजरात के श्रम और रोजगार मंत्री ब्रजेश मेरजा ने राज्य में बेरोजगारी का मुद्दा गर्माता देख कहा, "जब किसी तरह की कोई सरकारी नौकरी निकलती है तो कई ऐसे लोग भी आवेदन करते हैं जिनके पास पहले से रोजगार होता है, लेकिन वे परीक्षा के समय उपस्थित नहीं होते हैं।" उन्होंने कहा कि गुजरात में बेरोजगारी नहीं है और इससे संबंधित बातें युवाओं को गुमराह करने के लिए की जा रही हैं।