शाओमी ने भारत सरकार को लिखा पत्र, कहा- चीनी कंपनियों की जांच से आपूर्तिकर्ता निराश
चीनी टेक कंपनी शाओमी ने हाल ही में केंद्र सरकार को लिखे एक पत्र में कहा है कि भारी जांच के कारण चीनी कंपनियां भारतीय बाजार में नए ऑपरेशन सेट करने को लेकर काफी सतर्क हैं। कंपनी ने पत्र में कहा कि चीनी कंपनियों की जांच से आपूर्तिकर्ता निराश हैं। बता दें कि कुछ दिन पहले सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने शाओमी से पूछा था कि वह पुर्जों के निर्माण क्षेत्र को और कैसे विकसित कर सकती है।
शाओमी की बाजार में है बड़ी हिस्सेदारी
भारत के स्मार्टफोन बाजार में शाओमी की 18 प्रतिशत की सबसे बड़ी हिस्सेदारी है। चीनी कंपनी भारत में ज्यादातर स्थानीय घटकों के साथ स्मार्टफोन असेंबल करती है और बाकी चीन और अन्य जगहों से आयात किए जाते हैं। भारत ने 2020 में चीन से सीमा संघर्ष में कम से कम 20 भारतीय सैनिकों के मारे जाने के बाद चीनी व्यवसायों की जांच बढ़ा दी थी। इस जांच से बड़ी चीनी कंपनियों की निवेश योजनाएं बाधित हुईं।
चीनी कंपनियों पर भारत का एक्शन
भारतीय अधिकारियों ने पिछले साल चीनी स्मार्टफोन कंपनी वीवो कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी पर कुछ वीजा नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया था। भारत ने शाओमी की 60 करोड़ डॉलर (लगभग 4,980 करोड़ रुपये) से अधिक की संपत्ति भी जब्त कर ली है। शाओमी और वीवो जैसी कंपनियों की नियामक जांच के अलावा भारत ने 2020 से 300 से अधिक चीनी ऐप्स पर भी प्रतिबंध लगा दिया था।