#NewsBytesExplainer: साल 2023 में संसद में कितना काम हुआ और कौन-से मुद्दे छाए रहे?
क्या है खबर?
इस साल संसद के कामकाज में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। संसद में हंगामे से लेकर विपक्ष के निलंबन समेत कई नए विधेयक चर्चा का विषय बने रहे।
हालांकि, शीतकालीन सत्र सबसे अधिक चर्चा में रहा। इस दौरान लोकसभा से सांसदों के निलंबन ने पुराने सभी रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए।
आइए नजर डालते हैं इस साल संसद की उत्पादकता कैसी रही और इन सभी सत्रों में कितने विधेयक हुए पास।
बजट सत्र
बजट सत्र में कितना हुआ काम?
बजट सत्र 1 फरवरी, 2023 से शुरू हुआ था। सत्र के पहले भाग में दोनों सदनों में केंद्रीय बजट पर आम चर्चा हुई थी। पूरे बजट सत्र के दौरान कुल मिलाकर 25 बैठकें हुई थीं।
इस बजट सत्र के दौरान लोकसभा की उत्पादकता लगभग 34 प्रतिशत और राज्यसभा की लगभग 24 प्रतिशत रही थी।
कुल 6 विधेयक लोकसभा और राज्यसभा द्वारा पारित किए गए। इस सत्र के दौरान कुल 8 विधेयक (सभी लोकसभा में) भी पेश किये गये।
मानसून सत्र
मानसून सत्र में कितने विधेयक हुए पारित?
संसद का मानसून सत्र इस साल 20 जुलाई से 11 अगस्त तक चला था। इस सत्र में 23 दिनों की अवधि में संसद की 17 बैठकें हुईं थीं।
लोकसभा की उत्पादकता लगभग 45 प्रतिशत और राज्यसभा की लगभग 63 प्रतिशत रही थी।
सत्र के दौरान संसद के दोनों सदनों द्वारा पारित विधेयकों की कुल संख्या 23 है।
इस तरह दोनों सदनों से पास हुए विधेयकों की कुल संख्या 23 रही।
शीतकालीन सत्र
शीतकालीन सत्र के दौरान कितने विधेयक हुए पारित?
PIB के अनुसार, 4 दिसंबर को शुरू हुआ संसद का शीतकालीन सत्र 21 दिसंबर को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया।
इस बार सत्र में 4 से 21 दिसंबर तक 18 दिनों की अवधि में कुल 14 बैठकें हुईं थीं।
इस सत्र में लोकसभा में लगभग 74 प्रतिशत और राज्यसभा में 79 प्रतिशत उत्पादकता रही है।
इस दौरान संसद के दोनों सदनों द्वारा कुल 19 विधेयक पारित किए गए
जानकारी
कौनसे विधेयक रहे सबसे अधिक चर्चा में?
भारतीय न्याय (द्वितीय) संहिता (BNS), 2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा (द्वितीय) संहिता (BNSS), 2023, भारतीय साक्ष्य (द्वितीय) विधेयक (BSB), 2023, महिला आरक्षण विधेयक, 2023, जम्मू और कश्मीर आरक्षण (संशोधन) विधेयक, 2023; जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन (संशोधन) विधेयक, 2023 काफी चर्चा में रहे।
निलंबन
बड़ी संख्या में सांसदों का निलंबन बना चर्चा का विषय
इस शीतकालीन सत्र में आजादी के बाद से किसी भी लोकसभा में रिकॉर्ड संख्या में सांसदों को निलंबित किया गया।
इस सत्र में कुल 146 सासंदों को निलंबित किया गया था। ये संसद की सुरक्षा में सेंध के मामले में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान की मांग कर रहे थे।
निलंबन के खिलाफ विपक्ष ने जंतर-मंतर पर प्रदर्शन भी किया था।
मानसून सत्र में 5 सांसदों को निलंबित किया गया था।
निलंबन
कब कितने सांसद हुए निलंबित?
14 दिसंबर को 14 विपक्षी सांसद निलंबित किए गए थे। इसके बाद 18 दिसंबर को रिकॉर्ड 78 विपक्षी सांसदों को निलंबित किया गया।
19 दिसंबर को 49 सांसद लोकसभा से निलंबित किए गए, वहीं 20 दिसंबर को 2 और 21 दिसंबर 3 सांसद लोकसभा से निलंबित किए गए।
इस तरह पूरे सत्र के दौरान निलंबित होने वाले सांसदों की संख्या 146 हो गई थी। इसे लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सरकार पर निशाना साधा था।