
ट्रंप पर क्यों लग रहे हैं शेयर बाजारों में हेरफेर करने के आरोप?
क्या है खबर?
दुनियाभर के कई देशों पर टैरिफ लगाने के बाद कुछ लोग अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर शेयर बाजारों में हेरफेर करने का आरोप लगा रहे हैं।
बुधवार (9 अप्रैल) को सुबह बाजार खुलने के तुरंत बाद ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा, "यह खरीदने का एक बढ़िया समय है।"
कुछ ही घंटों में उन्होंने टैरिफ रोकने की घोषणा की।
इसके बाद, बाजार में अचानक उछाल आया और डॉव करीब 3,000 अंक बढ़ा, जिससे निवेशकों को भारी मुनाफा हुआ।
वजह
नेताओं और विशेषज्ञों ने जांच की मांग क्यों की?
इस घटना के बाद डेमोक्रेट सांसदों ने मांग की कि यह जांचा जाए कि क्या ट्रंप, उनके परिवार या सहयोगी अंदरूनी जानकारी से शेयर बाजार में अवैध फायदा उठा रहे थे।
सीनेटर एडम शिफ और रूबेन गैलेगो ने व्हाइट हाउस को पत्र लिखकर जांच की अपील की। एलिजाबेथ वॉरेन ने इसे 'खुला भ्रष्टाचार' बताया।
वहीं, व्हाइट हाउस ने इन आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताया और कहा कि ट्रंप केवल लोगों को आश्वस्त कर रहे थे।
वजह
ट्रंप की भूमिका पर नैतिकता विशेषज्ञों की चिंता
पूर्व राष्ट्रपति बुश के नैतिकता वकील रिचर्ड पेंटर ने कहा कि किसी अधिकारी को बाजार को प्रभावित करने वाले बयान से बचना चाहिए।
उन्होंने ट्रंप पर सीधा आरोप नहीं लगाया, लेकिन कहा कि उनके वित्तीय हित पहले से चिंता का विषय हैं। क्रिप्टो उद्योग से ट्रंप के करीबी रिश्तों और SEC जैसे नियामकों पर ट्रंप के नियंत्रण ने संदेह बढ़ा दिए हैं।
हालांकि, जांच की मांग के बावजूद कार्रवाई की उम्मीद कम है, क्योंकि संसद में रिपब्लिकन का दबदबा है।