
शेयर बाजार में क्या होती है ट्रिपल विचिंग डे और इसका क्या पड़ता है असर?
क्या है खबर?
वॉल स्ट्रीट में लगातार 4 सप्ताह की गिरावट के बाद शेयर बाजार में सुधार देखा गया है।
इस गिरावट के कारण निवेशकों की संपत्ति में लगभग 5,000 अरब डॉलर (लगभग 4.30 लाख अरब रुपये) की कमी आई थी।
हालांकि, पिछले 2 कारोबारी सत्रों में यह सुधार स्थिर नहीं रह सका। बुधवार और गुरुवार को डॉव 300 अंक चढ़ने के बाद फिर गिर गया।
अब निवेशकों की नजर आज के बाजार पर है, जब तिमाही 'ट्रिपल विचिंग' की घटना होगी।
ट्रिपल विचिंग
ट्रिपल विचिंग डे क्या है?
ट्रिपल विचिंग एक ऐसी घटना है, जब इंडेक्स फ्यूचर्स, इंडेक्स ऑप्शंस और स्टॉक ऑप्शंस के कॉन्ट्रैक्ट एक साथ समाप्त होते हैं।
यह हर साल 4 बार (मार्च, जून, सितंबर और दिसंबर) के तीसरे शुक्रवार को होता है।
पहले इसे क्वाड्रपल विचिंग कहा जाता था, लेकिन 2020 में सिंगल-स्टॉक फ्यूचर्स का कारोबार बंद होने के बाद इसका नाम ट्रिपल विचिंग कर दिया गया। इस दिन ट्रेडर और निवेशक अपनी पोजीशन एडजस्ट या बंद करते हैं।
प्रभाव
ट्रिपल विचिंग डे का प्रभाव क्या होता है?
ट्रिपल विचिंग के दौरान बाजार में भारी अस्थिरता देखी जाती है, क्योंकि कई डेरिवेटिव अनुबंध एक साथ समाप्त होते हैं।
इस दिन ट्रेडर अपनी पोजीशन बदलते या बंद करते हैं, जिससे अचानक बड़ी खरीद या बिकवाली हो सकती है। इससे शेयरों के दामों में अनपेक्षित उतार-चढ़ाव आता है।
कम मार्केट कैप और ज्यादा डेरिवेटिव वॉल्यूम वाले स्टॉक्स में इसका असर अधिक दिखता है। इस बार 4,500 अरब डॉलर के अनुबंध समाप्त होने हैं, जिससे बाजार पर असर पड़ सकता है।