
कौन हैं पहली भारतीय महिला मधु लुनावत, जिन्होंने म्यूचुअल फंड हाउस किया शुरू?
क्या है खबर?
भारत में पहली बार किसी महिला की पहल से एक नया म्यूचुअल फंड हाउस शुरू किया गया है। 'द वेल्थ कंपनी' को SEBI से म्यूचुअल फंड कारोबार की मंजूरी मिल चुकी है, जो पैंटोमैथ समूह की इकाई है। इसकी शुरुआत मधु लुनावत ने की है। यह कदम ऐतिहासिक है, क्योंकि यह पहली बार है जब किसी भारतीय महिला ने खुद म्यूचुअल फंड शुरू किया है और मंजूरी भी हासिल की है।
परिचय
कौन हैं मधु लुनावत?
मधु लुनावत 'द वेल्थ कंपनी म्यूचुअल फंड' की प्रमुख हैं और पैंटोमैथ ग्रुप की सह-संस्थापक भी हैं। वह पहली महिला हैं, जिन्होंने खुद का म्यूचुअल फंड शुरू करने के लिए SEBI से मंजूरी पाई और एक नई मिसाल कायम की। इससे पहले वे इंफोसिस, एडलवाइस और ASREC जैसी कंपनियों में उच्च पदों पर काम कर चुकी हैं। एडलवाइस एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी (ARC) में वह CFO भी रह चुकी हैं और वित्तीय क्षेत्र में अच्छा अनुभव रखती हैं।
सोच
उनका सपना और सोच
टाइम्स ऑफ इंडिया से एक ब्यान में मधु ने कहा कि यह केवल उनका नहीं बल्कि हर उस महिला का सपना है, जो वित्तीय दुनिया में आगे बढ़ना चाहती है। उनका उद्देश्य है एक ऐसा फंड हाउस बनाना जो लंबे समय के लिए समझदारी से निवेश करे। वह कहती हैं कि कंपनी भारतीय निवेशकों की असली जरूरतों को ध्यान में रखकर उत्पाद लाएगी और उसमें सादगी और अनुशासन होगा। वह निवेश को सबके लिए आसान और सुलभ बनाना चाहती हैं।
योजना
छोटे शहरों पर ध्यान और कंपनी की योजना
द वेल्थ कंपनी खासकर छोटे और टियर-3 शहरों पर ध्यान देगी, जहां निवेश की बड़ी संभावनाएं हैं। कंपनी चाहती है कि वहां के लोग भी प्रोफेशनल निवेश का लाभ लें और वित्तीय रूप से मजबूत बनें। कंपनी वैकल्पिक निवेश जैसे इक्विटी और संरचित रणनीतियों में अच्छा प्रदर्शन कर चुकी है। अब वह म्यूचुअल फंड में भी इसी तरह का अनुशासित और डाटा-आधारित निवेश लाना चाहती है, ताकि सामान्य निवेशकों को भी ज्यादा फायदा मिल सके।