बजट 2022: जानें क्या सस्ता हुआ और क्या महंगा
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज संसद में आम बजट पेश किया। बजट में कई महत्वपूर्ण ऐलान किए गए जिनमें से कुछ का आम आदमी की जेब पर भी असर पड़ेगा। कस्टम ड्यूटी और अन्य व्यवस्थाओं में बदलाव के कारण कई चीजें ऐसी रहीं जो पहले के मुकाबले सस्ता या महंगी हुईं। चलिए फिर आपको विस्तार से बताते हैं कि इस बजट के बाद क्या सस्ता होगा और क्या महंगा होगा।
सस्ते होंगे मोबाइल चार्जर
इस बार के बजट में देश को कई क्षेत्रों में आत्मनिर्भर बनाने पर जोर दिया गया है और इनमें से एक क्षेत्र इलेक्ट्रॉनिक्स का है। इस क्षेत्र में आत्मनिर्भरता बढ़ाने और फोन चार्जर, फोन का कैमरा लेंस और ट्रांसफॉर्मर आदि के घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने इन्हें कस्टम ड्यूटी में छूट देने का ऐलान किया है। इससे मोबाइल चार्जर समेत ये सभी चीजें सस्ती होंगी और आम लोगों की जेब पर बोझ कम होगा।
डायमंड ज्वैलरी और मशीनरी भी होंगी सस्ती
सरकार ने जेम्स और ज्वैलरी के साथ-साथ कट और पॉलिश्ड डायमंड पर लगने वाली कस्टम ड्यूटी को घटाकर पांच प्रतिशत कर दिया है। इससे हीरे के गहने सस्ते होंगे। छोटे और मध्यम उद्योगों को राहत देते हुए कबाड़ पर मिलने वाली कस्टम छूट को एक और साल के लिए बढ़ा दिया गया है। इससे कबाड़ से स्टील उत्पाद बनाने में कम खर्च आएगा और मशीनें सत्ती होंगी। मेंथा ऑयल पर भी कस्टम ड्यूटी घटने के कारण सस्ता होगा।
और क्या-क्या सस्ता होगा?
सरकार की घोषणाओं के बाद कपड़े और चमड़े के सामान भी सस्ते होंगे। इनमें जूते-चप्पल भी शामिल हैं। इसके अलावा पैकेजिंग के डिब्बे और खेती के उपकरण भी बजट में की गई घोषणाओं के कारण सस्ते होंगे।
क्या-क्या महंगा होगा?
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ईंधन में इथेनॉल की ब्लेंडिंग को बढ़ावा देने के लिए बजट में 1 अक्टूबर, 2022 से बिना इथेनॉल मिक्स वाले ईंधन पर दो रुपये प्रति लीटर उत्पाद शुल्क लगाने का ऐलान किया। इससे इथेनॉल फ्री पेट्रोल देशभर में महंगा हो जाएगा। बजट में नकली गहनों के आयात को कम करने के लिए इन पर 400 रुपये प्रति किलोग्राम आयात शुल्क लगाने का ऐलान भी किया गया है। इससे नकली गहने महंगे हो जाएंगे।
विदेशी छतरी और कैपिटल गुड्स भी होंगे महंगे
सरकार ने बारिश में काम आने वाली छतरियों पर लगने वाली कस्टम ड्यूटी को भी बढ़ाकर 20 प्रतिशत कर दिया है। इसके अलावा छाता बनाने में इस्तेमाल होने वाली चीजों पर मिलने वाली टैक्स छूट को भी समाप्त कर दिया गया है। इससे विदेश से आने वाली छतरियां महंगी हो जाएंगी। सरकार ने अन्य उत्पादों के निर्माण में इस्तेमाल होने वाले उत्पादों (कैपिटल गुड्स) पर भी 7.5 प्रतिशत आयात शुल्क लगाने का फैसला लिया है और ये भी महंगे होंगे।