1 फरवरी को पेश होगा केंद्रीय बजट, 29 जनवरी से शुरू होगा संसद का बजट सत्र
देश की संसद में साल 2021 का बजट सत्र आगामी 29 जनवरी को शुरू होगा। बजट सत्र का पहला चरण 15 फरवरी तक आयोजित किया जाएगा। इस दौरान 1 फरवरी को केंद्रीय बजट भी पेश किया जाएगा। बता दें कि संसदीय मामलों की मंत्रिमंडल समिति (CCPA) ने 29 जनवरी से बजट सत्र बुलाने की सिफारिश की है। ऐसे में सरकार ने बजट सत्र की तैयारियां शुरू कर दी है और अलग-अलग सेक्टरों से चर्चा की जा रही है।
29 जनवरी को दोनों सदनों को संबोधित करेंगे राष्ट्रपति
न्यूज 18 के अनुसार राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 29 जनवरी को संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए बजट सत्र की शुरुआत करेंगे। इसके बाद 1 फरवरी को आम बजट पेश किया जाएगा। बजट का पहला चरण 15 फरवरी तक चलेगा तथा दूसरा चरण 8 मार्च से 8 अप्रैल तक चलेगा। संसद के बजट सत्र के दौरान कोरोना वायरस महामारी से बचाव के लिए आवश्यक सभी दिशा-निर्देशों का पालन किया जाएगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुरू की बजट पूर्व चर्चा
इधर, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2021-22 को लेकर तैयारी शुरू कर दी है। इसके तहत उन्होंने इंफ्रास्ट्रक्चर, ऊर्जा और जलवायु परिवर्तन क्षेत्र के शीर्ष विशेषज्ञों के साथ बजट पूर्व सलाह-मशविरा भी कर लिया है। बता दें कि वित्त मंत्री गत 14 दिसंबर से ही अलग-अलग सेक्टर से जुड़े शीर्ष विशेषज्ञों के साथ बजट पूर्व चर्चा कर रही हैं। कोरोना महामारी के कारण इस बार सभी बजट पूर्व बैठकें ऑनलाइन ही आयोजित की जा रही है।
बजट में दिया जा सकता है इंफ्रास्ट्रक्चर पर जोर
बता दें कि वित्त मंत्री ने हाल में कहा था कि आने वाले बजट में इंफ्रास्ट्रक्चर पर सरकारी खर्च को बनाए रखने पर जोर दिया जाएगा। भारतीय अर्थव्यवस्था पर इसका कई गुना अधिक असर देखने को मिलता है। उन्होंने यह भी कहा था कि इससे अर्थव्यवस्था में टिकाऊ रिकवरी देखने को मिलेगी। इस साल कोरोना महामारी के कारण देश की अर्थव्यवस्था काफी प्रभावित हुई है। ऐसे में सरकार द्वारा पेश किए जाने वाले बजट का महत्व काफी बढ़ गया है।
किसान आंदोलन के बीच बजट पेश करना होगा चुनौती
इस समय कृषि कानूनों को लेकर किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और अभी तक इसका कोई हल नहीं निकला है। ऐसे में विरोध प्रदर्शन के बीच बजट पेश करना काफी चुनौतीपूर्ण हो सकता है। सत्र में विपक्ष द्वारा सरकार को घेरने की भी संभावना रहेगी। इसी तरह सरकार अर्थव्यवस्था से जुड़ी तमाम घोषणाएं कोरोना काल में पहले ही कर चुकी है। ऐसे में अब यह देखना रोचक होगा कि सरकार बजट में आम आदमी को क्या राहत देती है।
सरकार ने नहीं बुलाया था संसद का शीतकालीन सत्र
बता दें कि किसानों के आंदोलन के बीच सरकार ने कोरोना वायरस महामारी का हवाला देकर इस बार संसद का शीतकालीन सत्र नहीं बुलाया है। सरकार ने मानसून सत्र में तीन कृषि विवादास्पद कृषि बिलों को पारित करा दिया था। उसके बाद सरकार ने कुछ सांसद और मंत्रियों के संक्रमित पाए जाने पर मानसून सत्र को स्थगित कर दिया था। ऐसे में अब बजट सत्र में किसान आंदोलन सहित अन्य मुद्दों को लेकर हंगामा हो सकता है।