Page Loader
वित्त मंत्री ने पेश किया इकोनॉमिक सर्वे, 2021-22 में विकास दर 11 फीसदी रहने का अनुमान

वित्त मंत्री ने पेश किया इकोनॉमिक सर्वे, 2021-22 में विकास दर 11 फीसदी रहने का अनुमान

Jan 29, 2021
04:53 pm

क्या है खबर?

बजट से पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को संसद में इकोनॉमिक सर्व (आर्थिक सर्वेक्षण) पेश कर दिया है। इस सर्वे में देश की अर्थव्यवस्था की विस्तृत जानकारी दी गई है। इससे पता चलता है कि देश की अर्थव्यवस्था की हालात कैसी है और आने वाले दिनों में यह किस तरफ जा सकती है। यह अर्थव्यवस्था की आधिकारिक रिपोर्ट होती है। मुख्य आर्थिक सलाहकार केवी सुब्रमण्यम के नेतृत्व वाली टीम ने यह सर्वे तैयार किया है।

इकोनॉमिक सर्वे

विकास दर में 7.7 प्रतिशत गिरावट का अनुमान

इस बार के इकोनॉमिक सर्वे में बताया गया है कि महामारी और इसके संक्रमण को रोकने के लिए लागू किए लॉकडाउन के कारण प्रभावित हुई अर्थव्यवस्था में 2021-22 में तेजी से सुधार की उम्मीद है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही यानी अप्रैल-जून तिमाही में GDP की विकास दर -23.9 फीसदी रही थी। वहीं दूसरी तिमाही में यह -7.5 फीसदी रही. अगर पूरे वित्त वर्ष की बात करें तो आर्थिक वृद्धि दर में 7.7 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान है।

इकोनॉमिक सर्वे

अगले वित्त वर्ष विकास दर 11 प्रतिशत रहने का अनुमान

अगर इकोनॉमिक सर्वे के अनुमान के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2020-21 में विकास दर -7.7 फीसदी रहती है तो यह पिछले चार दशकों का सबसे खराब प्रदर्शन होगा। हालांकि, सर्वे के मुताबिक अगले वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था में तेज सुधार की उम्मीद है। सर्वे में अगले वित्त वर्ष में देश की GDP की विकास दर 11 प्रतिशत रहने की उम्मीद जताई गई है। तब तक अर्थव्यवस्था कोरोना वायरस महामारी के प्रभाव से बाहर आ चुकी होगी।

इकोनॉमिक सुधार

अर्थव्यवस्था में होगा V शेप सुधार

सर्वे में बताया गया है कि अगले वित्त वर्ष अर्थव्यवस्था में V शेप सुधार की उम्मीद है। इसमें अर्थव्यवस्था जितनी तेज से नीचे जाती है, उतनी ही तेजी से ऊपर आती है। सरकार की नीतियों के कारण मांग में तेजी आने से विकास दर में इजाफा होगा। विकास दर को लेकर सर्वे के अनुमान अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के अनुमान से मिलते हैं। IMF ने भी अगले वित्त वर्ष विकास दर 11.5 फीसदी रहने का अनुमान लगाया था।

जानकारी

क्या होता है इकॉनोमिक सर्वे?

जैसा हमने आपको ऊपर बताया कि यह अर्थव्यवस्था की हालत को लेकर सरकार का आधिकारिक रिपोर्ट होती है। इसमें पूरे साल का लेखा-जोखा होता है। इकोनॉमिक सर्वे को हर साल आम बजट से एक दिन पहले वित्त मंत्री द्वारा संसद में पेश किया जाता है। इस बार 1 फरवरी को बजट के पहले 31 जनवरी को रविवार होने के कारण आर्थिक सर्वेक्षण 29 जनवरी को संसद में पेश किया गया है। देश के मुख्य आर्थिक सलाहकार इसे तैयार करते हैं।

बजट सत्र

राष्ट्रपति के अभिभाषण से हुई बजट सत्र की शुरुआत

इकोनॉमिक सर्वे पेश होने से पहले राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ बजट सत्र की शुरुआत हुई। हालांकि, कृषि कानूनों के विरोध में 18 विपक्षी दलों ने अभिभाषण का बहिष्कार किया था। अपने अभिभाषण के दौरान राष्ट्रपति ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था महामारी के प्रकोप से बाहर निकल रही है और इसमें सुधार नजर आ रहा है। उनके संबोधन की बड़ी बातें आप यहां टैप कर विस्तार से जान सकते हैं।