अरबपति रिचर्ड ब्रैनसन की सैटेलाइट कंपनी वर्जिन ऑर्बिट ने निकाले 85 प्रतिशत कर्मचारी
क्या है खबर?
ब्रिटिश अरबपति रिचर्ड ब्रैनसन द्वारा स्थापित रॉकेट कंपनी वर्जिन ऑर्बिट ने अपने लगभग 85 प्रतिशत कर्मचारियों यानी लगभग 675 कर्मचारियों को निकालने का फैसला लिया है।
वर्जिन ऑर्बिट ने निकट भविष्य के लिए परिचालन को बंद कर दिया है। इसके CEO डैन हार्ट ने गुरुवार को कर्मचारियों को ये जानकारी दी।
CEO ने कहा, "दुर्भाग्य से कंपनी को चलाने के लिए हमारे पास फंड की कमी है। ऐसे में कर्मचारियों की छंटनी के अलावा कोई विकल्प नहीं था।"
वर्जिन
निकाले गए कर्मचारियों को सेवरेंस पैकेज देगी वर्जिन ऑर्बिट
CNBC के मुताबिक, निकाले जाने वाले कर्मचारियों को वर्जिन ऑर्बिट सेवरेंस पैकेज देगी और अपनी सिस्टर कंपनी वर्जिन गैलैक्टिक के साथ पार्टनरशिप की पेशकश करेगी।
गुरुवार को वर्जिन ऑर्बिट के शेयर 40 प्रतिशत गिर गए।
वर्जिन ऑर्बिट वर्ष 2017 में ब्रैनसन की अंतरिक्ष पर्यटन कंपनी वर्जिन गैलेक्टिक से अलग हो गई थी। उस समय कंपनी ने कहा था कि यह छोटे सैटेलाइट इंडस्ट्री की सेवा के लिए वर्जिन ऑर्बिट को बेहतर स्थान देगी।
जानकारी
वर्जिन ऑर्बिट ने इस वजह से लिया छंटनी का फैसला
वर्जिन ऑर्बिट ने अमेरिकी विनियामक फाइलिंग में कहा कि उसने कंपनी की फंडिंग को सुरक्षित करने और खर्च को कम करने के लिए ये निर्णय लिया है। वर्जिन ऑर्बिट ने 16 मार्च को अपने परिचालन पर रोक लगाने का फैसला ले लिया था।
छंटनी
लगातार जारी है छंटनी का दौर
भारत सहित विश्वभर में छंटनी का दौर जारी है। कंपनियां और स्टार्टअप्स बिगड़ती अर्थव्यवस्था को वजह बताते हुए कर्मचारियों को निकाल रही हैं।
अब तक गूगल, मेटा, ट्विटर, माइक्रोसॉफ्ट सहित डिज्नी, अमेजन, IBM, एरिक्सन, अलीबाबा, फिलिप्स, सैप जैसी कंपनियों ने हजारों कर्मचारियों को निकाल दिया है।
भारतीय कंपनियों में बायजू, ओला, वेदांतु, अनएकेडमी, ओयो आदि भी अब तक कई कर्मचारियों की छंटनी की है।
कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई कंपनियों ने तो अपने 90% प्रतिशत कर्मचारियों को निकाल दिया है।
सैटेलाइट
कम लागत में ऑर्बिट पहुंचाने वाले रॉकेट बनाती है वर्जिन ऑर्बिट
वर्जिन ऑर्बिट में ब्रैनसन की 75 प्रतिशत हिस्सेदारी है। ये छोटा वेंचर छोटी सैटेलाइट को कम लागत में ऑर्बिट में पहुंचाने के लिए रॉकेट विकसित करती है।
इस साल की शुरुआत में कंपनी ने ब्रिटेन से 9 सैटेलाइट लॉन्च करने की कोशिश की थी, लेकिन कंपनी का लॉन्चरवन रॉकेट ऑर्बिट में पहुंचने में नाकाम रहा था।
लॉन्चरवन रॉकेट को बोइंग 747 विमान कॉस्मिक गर्ल से लॉन्च किया गया था।
ब्रिटेन
वर्जिन ऑर्बिट को ब्रिटेन के लिए माना जा रहा था महत्वपूर्ण
वर्जिन ऑर्बिट के मिशन को ब्रिटेन के अंतरिक्ष अभियानों के लिए एक मील का पत्थर माना गया था। यह उम्मीद की गई थी कि ये सैटेलाइट के निर्माण से लेकर रॉकेट बनाने और नए स्पेसपोर्ट बनाने के मामले में ब्रिटेन को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने में एक बड़ा कदम होगा।
इस महीने की शुरुआत में ही वर्जिन ऑर्बिट ने कहा था कि वह अपने परिचालन को रोकेगी और आने वाले हफ्तों में आगे के फैसलों की जानकारी दी जाएगी।
सफलता
16 साल की उम्र में कामयाबी का स्वाद पा गए थे ब्रैनसन
ब्रैनसन 16 साल की उम्र में कामयाबी का स्वाद पा गए थे। उन्होंने 1966 में स्टूडेंट नाम से एक मैग्जीन शुरू की थी, ये स्कूलों की उबाऊ मैग्जीन से हटकर पॉप कल्चर पर आधारित थी।
मैग्जीन की सफलता ने ब्रैनसन के लिए बिजनेस के अवसर खोल दिए। इसके बाद ब्रैनसन कई फील्ड में हाथ आजमाते गए और सफल होते गए।
ब्रैनसन ने वर्जिन मोबाइल से लेकर वर्जिन एयरलाइंस तक उन्होंने वर्जिन नाम से बड़ा कारोबारी साम्राज्य खड़ा कर दिया।
रिचर्ड
डिस्लेक्सिया से पीड़ित थे ब्रैनसन
ब्रैनसन का जन्म लंदन में हुआ था। उनकी मां एयर होस्टेस रह चुकी थीं और पिता वकील थे। डिस्लेक्सिया की बीमारी से ब्रैनसन पढ़ाई में तेज नहीं थे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्कूल प्रिंसिपल ने कहा था कि या तो ब्रैनसन जेल में रहेंगे या करोड़पति बनेंगे।
ब्रैनसन कहते हैं, "मेरी मां ने मुझे सिखाया था कि कभी बीत चुकी बातों का अफसोस नहीं करना चाहिए। इसलिए कारोबार के मामले में मैं पुरानी बातों के बारे में नहीं सोचता।"