RBI ने रेपो रेट में नहीं किया कोई बदलाव, विकास दर 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने आज मौद्रिक नीति समिति की बैठक में रेपो रेट में कोई बदलाव न करने का फैसला लिया। यह 6.5 प्रतिशत पर बनी रहेगा। बैठक के बाद गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि समिति के 6 में 5 सदस्य रेपो रेट को स्थिर बनाए रखने के पक्ष में थे। उन्होंने इस वित्त वर्ष सकल घरेलू उत्पाद (GDP) विकास दर 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया। महंगाई दर 5.1 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
रेपो रेट न बढ़ने से क्या पड़ेगा असर?
बता दें कि RBI रेपो रेट के अनुसार व्यावसायिक बैंकों को कर्ज देता है। अगर RBI रेपो रेट बढ़ाता है तो बैंको को कर्ज महंगी दर पर मिलता है। इसके कारण बैंक भी आम आदमी को कार, होम, पर्सनल और अन्य लोन अधिक ब्याज दर पर देते हैं, जिससे EMI बढ़ती है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में RBI ने रेपो रेट में 2.5 प्रतिशत की वृद्धि की थी। समिति की बैठक हर 2 महीने में होती है।