पीयूष गोयल ने RBI से की ब्याज दरों में कटौती की सिफारिश
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने आज (14 नवंबर) सुझाव दिया कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को ब्याज दरों में कटौती करनी चाहिए। इस पर RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने मजाकिया अंदाज में कहा कि इस पर अपनी टिप्पणी वह दिसंबर की मौद्रिक नीति के लिए संभालकर रखेंगे। दोनों नई दिल्ली में CNBC-TV18 के ग्लोबल लीडरशिप समिट में बोल रहे थे। दास ने यह भी कहा कि बैंकरों के लिए सबसे बड़ी चुनौती सही समय पर उचित कदम उठाना होती है।
6.2 प्रतिशत तक बढ़ गई मुद्रास्फीति
अक्टूबर में मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने अपना रुख तटस्थ कर दिया, जिससे RBI को दर कटौती पर लचीलापन मिला। आज जब रेपो दर में कटौती के बारे में पूछा गया, तो दास ने कहा कि वह दिसंबर में होने वाली बैठक के लिए टिप्पणी नहीं करना चाहते। अक्टूबर में भारत की मुद्रास्फीति 6.2 प्रतिशत तक बढ़ गई, जो RBI की 6 प्रतिशत की सीमा से ऊपर है। इससे उम्मीदें कम हैं कि दिसंबर में दरों में कोई बदलाव होगा।
गोयल ने क्या कहा?
ग्लोबल लीडरशिप समिट में वाणिज्य मंत्री गोयल ने कहा कि RBI को ब्याज दरों में कटौती करनी चाहिए, लेकिन यह उनका व्यक्तिगत विचार है, सरकार का नहीं। उन्होंने कहा कि दरों में कटौती के लिए खाद्य मुद्रास्फीति को ध्यान में रखना गलत है। उन्होंने उम्मीद जताई कि दिसंबर तक मुद्रास्फीति कम हो जाएगी, और इससे ब्याज दरों में कटौती की संभावना बन सकती है। गोयल ने यह भी कहा कि सरकार इस पर कोई दबाव नहीं बना रही है।