आज की PAC बैठक हुई स्थगित, नहीं आईं SEBI अध्यक्ष माधबी पुरी बुच
क्या है खबर?
आज (24 अक्टूबर) होने वाली लोक लेखा समिति (PAC) की बैठक स्थगित कर दी गई है।
यह फैसला तब लिया गया जब भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) की अध्यक्ष माधबी पुरी बुच ने बैठक शुरू होने से कुछ घंटे पहले बताया कि वे व्यक्तिगत कारणों से नहीं आ सकेंगी।
PAC के अध्यक्ष के सी वेणुगोपाल ने बताया कि बुच ने पहले बैठक में शामिल होने से छूट मांगी थी, लेकिन उनकी यह मांग मना कर दी गई थी।
बयान
PAC अध्यक्ष ने क्या कहा?
वेणुगोपाल ने बताया कि SEBI अध्यक्ष ने समिति में शामिल होने से छूट मांगी थी, जिसे अस्वीकार कर दिया गया था।
उन्होंने कहा, "आज सुबह 09:30 बजे हमें बताया गया कि व्यक्तिगत कारणों से वे दिल्ली नहीं आ पाएंगी। यह महिला अधिकारी का अनुरोध था, इसलिए हमने बैठक स्थगित करने का निर्णय लिया।"
वेणुगोपाल ने बताया कि समिति की पहली बैठक में नियामक निकायों की समीक्षा करने का निर्णय लिया गया था और SEBI के अधिकारियों को बुलाया गया था।
बैठक
आज बैठक में क्या होना था?
PAC को अमेरिकी कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा SEBI प्रमुख पर लगाए गए आरोपों के कारण बुच और अन्य अधिकारियों से पूछताछ करनी थी।
गुरुवार की बैठक में 2 एजेंडे थे। इसमें पहला, ऑडिट के बाद वित्त मंत्रालय और SEBI के प्रतिनिधियों से नियामक के प्रदर्शन पर साक्ष्य लेना और दूसरा, संचार मंत्रालय और भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण के प्रतिनिधियों से भी इसी विषय पर साक्ष्य लेना।
सूत्रों के अनुसार, बुच के साथ 3-4 वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हो सकते थे।
चर्चा
PAC की बैठक में सेबी के प्रदर्शन पर चर्चा
पैनल SEBI के प्रदर्शन की समीक्षा करने की उम्मीद कर रहा है, जबकि विपक्षी सांसद SEBI प्रमुख के खिलाफ लगाए गए आरोपों पर सवाल उठाने की योजना बना रहे हैं।
सांसद यह जानना चाहते हैं कि बुच ने कथित हितों के टकराव के कारण खुद को किन मामलों से अलग किया। इसके साथ ही, वे यह भी पूछेंगे कि क्या बुच ने अडाणी समूह की कंपनियों के खिलाफ आरोपों की जांच में भी ऐसा ही किया है।
जांच
अडाणी समूह की जांच पर सवाल
संसद में अडाणी समूह से जुड़ी अपतटीय संस्थाओं के खिलाफ लंबित जांच की स्थिति पर भी सवाल उठने की संभावना है। सत्तारूढ़ भाजपा के सूत्रों के अनुसार, भाजपा के सदस्य भी चल रही जांच पर सवाल तैयार कर रहे हैं।
विपक्ष ने हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोप की संसदीय जांच की मांग की है कि बुच और उनके पति की अडानी मनी साइफनिंग घोटाले में हिस्सेदारी थी। भाजपा सांसदों ने बुच को PAC में बुलाने के खिलाफ भी आवाज उठाई है।