NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    भारत-पाकिस्तान तनाव
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / बिज़नेस की खबरें / लोगों को हैं 2,000 रुपये के नोटों की वापसी से जुड़े ये भ्रम, जानिए इनकी सच्चाई 
    अगली खबर
    लोगों को हैं 2,000 रुपये के नोटों की वापसी से जुड़े ये भ्रम, जानिए इनकी सच्चाई 
    RBI ने 2,000 रुपये के नोटों को वापस लेने का ऐलान किया है

    लोगों को हैं 2,000 रुपये के नोटों की वापसी से जुड़े ये भ्रम, जानिए इनकी सच्चाई 

    लेखन अंजली
    May 22, 2023
    08:36 pm

    क्या है खबर?

    भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 19 मई को 2,000 रुपये के नोटों को चलन से वापस लेने का ऐलान किया था।

    RBI ने कहा था कि क्लीन नोट नीति के तहत नोटों को वापस लिया जाएगा और 30 सितंबर तक 2,000 रुपये के नोट बदल जा सकेंगे।

    इस फैसले को स्पष्ट करने के लिए 'माईगवर्नमेंटइंडिया' ने अपने ट्विटर अकाउंट के जरिए 2,000 रुपये के नोटों की वापसी को लेकर कुछ भ्रम और उनकी सच्चाई साझा की है। आइए जानते हैं।

    #1

    भ्रम- 30 सितंबर के बाद 2,000 रुपये के नोट वैध नहीं रहेंगे

    कई लोगों का मानना है कि 30 सितंबर, 2023 के बाद 2,000 रुपये के नोट मान्य नहीं होंगे, जबकि यह सिर्फ एक भ्रम है।

    सच्चाई यह है कि इस अवधि के बाद भी 2,000 रुपये के नोट लीगल टेंडर बने रहेंगे।

    RBI के गर्वनर शक्तिकांत दास ने अपनी हालिया प्रेस रिलीज में कहा, 'नोट बदलने के लिए 30 सितंबर तक समय इसलिए दिया गया है ताकि लोग इसे गंभीरता से लें, वर्ना यह अंतहीन प्रक्रिया बन जाएगी।'

    #2

    भ्रम- जिस बैंक में है खाता, केवल वहीं से बदले जा सकते हैं नोट

    यह भी सिर्फ एक भ्रम है कि आप केवल उसी बैंक से 2,000 रुपये के नोटों को बदल सकते हैं, जिसमें आपका खाता है।

    सरकार के अनुसार, खाते की परवाह किए बिना कोई भी बैंक 2,000 रुपये के नोटों को बदलने के लिए अधिकृत है।

    बता दें कि भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने बताया था कि 2,000 रुपये के नोटों को बदलने या जमा करने के लिए किसी फॉर्म या ID की आवश्यकता नहीं होगी।

    जानकारी

    भ्रम- नोटों को बदलवाने के लिए शुल्क देना होगा

    एक भ्रम यह भी है कि 2,000 रुपये के नोटों को बदलवाने के लिए कुछ शुल्क देना होगा, जबकि ऐसा कुछ नहीं है। 2,000 रुपये के नोटों को बदलवाने की प्रक्रिया मुफ्त है।

    #4

    भ्रम- यह एक और नोटबंदी है 

    कई लोग 2,000 रुपये के नोटों की वापसी के फैसले को साल 2016 की नोटबंदी से जोड़ रहे हैं, जबकि ऐसा नहीं है।

    यह 2,000 रुपये के नोटों को छोटे मूल्य के नोटों में बदलकर आदान-प्रदान को सुविधाजनक बनाने और उभरती जरूरतों को पूरा करने के लिए उठाया गया कदम है।

    लोगों को 2016 की नोटबंदी की तरह घबराने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि अगले 4 महीनों तक आसानी से नोटों को बदलवाया जा सकता है।

    बाजार

    2,000 रुपये के नोटों को क्यों लाया गया था?

    8 नवंबर, 2016 को हुई नोटबंदी के बाद 500 और 1,000 रुपये के अमान्य नोटों की रिक्ति को भरने के उद्देश्य से 2,000 रुपये के नोट लाए गए थे।

    अब इनका उद्देश्य पूरा हो गया है और बाजार में इनके इस्तेमाल में भी गिरावट आ रही है, इसलिए इन्हें वापस लिया जा रहा है।

    करेंसी मैनेजमेंट के तहत नोट वापस लिए जा रहे हैं। बाजार में कम प्रचलित नोटों को वापस लेने की प्रक्रिया को करेंसी मैनेजमेंट कहा जाता है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    भारतीय रिजर्व बैंक
    अर्थव्यवस्था समाचार

    ताज़ा खबरें

    पाकिस्तान को एक और झटका देने की तैयारी में भारत, रणबीर नहर का करेगा विस्तार सिंधु जल संधि
    हुंडई हाइब्रिड पावरट्रेन पर कर रही काम, 26 मॉडल लॉन्च की भी योजना  हुंडई मोटर कंपनी
    माइक्रोसॉफ्ट ने विंडोज के लिए पेश किया नया लॉन्चर कमांड पैलेट, जानिए क्या हाेगा फायदा  माइक्रोसॉफ्ट
    ISIS के स्लीपर मॉड्यूल के 2 सदस्य मुंबई से गिरफ्तार, दो साल से थे फरार राष्ट्रीय जांच एजेंसी

    भारतीय रिजर्व बैंक

    RBI ने फिर बढ़ाई रेपो रेट, 35 बेसिस प्वाइंट का इजाफा रेपो रेट
    भाजपा सांसद सुशील मोदी ने संसद में उठाई 2,000 रुपये के नोट बंद करने की मांग नोटबंदी
    सुप्रीम कोर्ट ने नोटबंदी के फैसले को कानूनी तौर पर सही ठहराया सुप्रीम कोर्ट
    नोटबंदी के बाद 6 सालों में 86 प्रतिशत बढ़ा नकदी का उपयोग नोटबंदी

    अर्थव्यवस्था समाचार

    एक बार फिर अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंचा रुपया, डॉलर के मुकाबले 77.69 हुई कीमत भारतीय रुपये
    बीते वर्ष और कम हुआ 2,000 के नोटों का चलन, 500 के नोट की मांग ज्यादा भारतीय रिजर्व बैंक
    चीन को पीछे छोड़ भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बना अमेरिका चीन समाचार
    वित्त वर्ष 2021-22 में 8.7 प्रतिशत रही भारत की विकास दर, चौथी तिमाही में 4.1 प्रतिशत भारत की खबरें
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025