एक बार फिर अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंचा रुपया, डॉलर के मुकाबले 77.69 हुई कीमत
आज एक बार फिर से लुढ़क कर भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अपने अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है। आज सुबह बाजार खुलने पर भारतीय रुपये में 14 पैसे की गिरावट देखने को मिली और ये डॉलर के मुकाबले 77.69 के स्तर पर पहुंच गया है। पिछले नौ दिन में ये तीसरी बार है जब रूपये की कीमत डॉलर के मुकाबले अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंची है।
पिछले हफ्ते दो बार सबसे निचले स्तर पर पहुंचा था रुपया
इससे पहले रुपये की सबसे कम कीमत गुरूवार को दर्ज की गई थी। इस दिन यह 0.5 प्रतिशत गिरकर डॉलर के मुकाबले 77.63 के स्तर पर पहुंच गया था। बाद में ये थोड़ा मजबूत हुआ और 77.50 पर बंद हुआ। गुरूवार से पहले 9 मई को रुपया अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंचा था। इस दिन इसमें 52 पैसे की गिरावट दर्ज की गई थी और एक डॉलर की कीमत 77.42 रुपये हो गई थी।
RBI के दखल के बाद शुक्रवार को मजबूत हुआ था रुपया
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के दखल के बाद शुक्रवार को रुपये की कीमत में सुधार देखने को मिला था और ये थोड़ा मजबूत होकर डॉलर के मुकाबले 77.31 पर बंद हुआ था। इससे पहले मार्च में पहली बार रुपये की कीमत 77 से अधिक हुई थी। शेयर बाजार की बात करें तो इसमें भी गिरावट देखने को मिल रही है। हालांकि आज भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) का IPO लिस्ट होने के कारण बाजार अच्छा कर रहा है।
अपने सबसे निचले स्तर पर क्यों है रुपया?
भारतीय रुपये की कीमत गिरने के कई कारण है। इसका एक अहम कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में अमेरिकी डॉलर का मजबूत होना है। रूस-यूक्रेन युद्ध और तेल की बढ़ती कीमतों जैसी वजहों से सुरक्षित माने जाने वाले डॉलर में निवेश बढ़ा है। इसके अलावा भारत से विदेशी निवेश के जाने और घरेलू बाजार में विदेशी निवेश के कम होने का असर भी रुपये पर पड़ा है। देश में रिकॉर्ड तोड़ महंगाई भी इसका एक बड़ा कारण है।
रुपये में गिरावट रोकने के लिए क्या प्रयास कर रहा RBI?
रुपये के मूल्य में गिरावट को रोकने के लिए RBI तमाम प्रयास कर रहा है, हालांकि उसके सारे प्रयास विफल रहे हैं। इसी महीने RBI ने रेपो रेट में 40 बेसिस प्वाइंट की वृद्धि की थी और अब ये 4.40 प्रतिशत हो गई है। विदेशी मुद्रा भंडार का भी इस्तेमाल किया जा रहा है, जो एक साल में पहली बार 600 अरब डॉलर से नीचे पहुंच गया है। इसके बावजूद रुपये की गिरावट थमी नहीं है।