
भारत में बनेंगे अमेरिका जाने वाले आईफोन, कंपनियों को 1,200 अरब रुपये के व्यापार का मौका
क्या है खबर?
ऐपल ने अमेरिका में बिकने वाले ज्यादातर आईफोन भारत में बनाने की योजना बनाई है।
विश्लेषकों का कहना है कि इस बदलाव से भारत को साल 2024 की पहली तिमाही यानी अप्रैल-जून के दौरान 14 अरब डॉलर (लगभग 1,200 अरब रुपये) तक के आईफोन अमेरिका भेजने का मौका मिल सकता है।
फॉक्सकॉन और टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे भारतीय कारखाने इस मांग को पूरा करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं और उत्पादन में तेजी लाई जा रही है।
उत्पादन
3,400 अरब रुपये तक जा सकता है उत्पादन
अगर ये रफ्तार आगे भी बनी रही, तो वित्त वर्ष 2026 तक भारत में आईफोन उत्पादन का कुल मूल्य 40 अरब डॉलर (लगभग 3,400 अरब रुपये) तक पहुंच सकता है।
इसमें से करीब 80 प्रतिशत फोन अमेरिका भेजे जाएंगे। ऐपल के CEO टिम कुक ने भी कहा है कि जून तिमाही में अमेरिका में बिकने वाले ज्यादातर आईफोन्स भारत से आएंगे।
दूसरी ओर आईपैड, मैकबुक्स और दूसरे प्रोडक्ट्स वियतनाम से अमेरिका जाएंगे।
प्रक्रिया
ऐपल ने तेज की भारत में निर्माण प्रक्रिया
ऐपल ने अमेरिका के टैरिफ से बचने के लिए भारत में आईफोन मैन्युफैक्चरिंग काफी तेज कर दी है।
2024 में ऐपल ने भारत में करीब 4-4.5 करोड़ आईफोन बनाए, जिनमें से 1.4-1.5 करोड़ अमेरिका गए। कंपनी अपने उत्पादन को मौजूदा लगभग 1,800 अरब रुपये से बढ़ाकर 2,700-2,900 अरब रुपये तक ले जाना चाहती है।
इसके अलावा, भारत में ही 400-700 अरब रुपये के आईफोन घरेलू बाजार के लिए भी बनाए जाएंगे।
निर्यात
निर्यात में लगातार बढ़ोतरी जारी
मार्च, 2024 तिमाही में भारत से 48,000 करोड़ रुपये के आईफोन एक्सपोर्ट किए गए, जो पिछले साल से काफी ज्यादा है।
आमतौर पर एक आईफोन का FOB मूल्य 25,00-42,00 रुपये होता है, जबकि उसका बाजार मूल्य 59,000 रुपये से 1.26 लाख रुपये तक होता है।
मार्च में भारत से आईफोन निर्यात का 98 प्रतिशत हिस्सा अमेरिका को गया। सबसे ज्यादा उत्पादन फॉक्सकॉन के जरिए हुआ, जिसने इस बढ़ती मांग को पूरा किया।