
DTH और केबल टीवी के बिल 30 प्रतिशत तक हो सकते हैं महंगे, जानें कारण
क्या है खबर?
भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (TRAI) ने टेलीविजन चैनलों के रेट को लेकर एक नया टैरिफ ऑर्डर जारी किया है।
इस टैरिफ ऑर्डर के आदेश के लागू होने पर सभी डायरेक्ट टू होम (DTH) और केबल ऑपरेटर के बिल में 1 फरवरी से बिल में 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।
गौरतलब है कि ओवर द टॉप (OTT) चैनलों के बढ़ने के बाद DTH और केबल के ग्राहकों में काफी गिरावट दर्ज हुई है।
ऑर्डर
TRAI ने क्या टैरिफ ऑर्डर जारी किया था?
TRAI ने नवंबर में नए टैरिफ ऑर्डर 2.0 में संशोधन किया था, जिसके तहत एक TV चैनल को पैकेज का हिस्सा बनाने के लिए कीमत 12 रुपये से बढ़ाकर 19 रुपये बहाल कर दी थी।
हालांकि, TV चैनलों के MRP पर रोक जारी रखते हुए TRAI ने कहा था कि पेड चैनल के पैकेज की प्राइसिंग में ब्रॉडकास्टर उस पैकेज के टोटल MRP पर 45 प्रतिशत की अधिकतम छूट दे सकेंगे।
जानकारी
केरल हाई कोर्ट में होनी है मामले की सुनवाई
केबल ऑपरेटरों ने TRAI के आदेश के खिलाफ नाखुशी जाहिर की है और उन्होंने केरल हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है, जिस पर आगे की सुनवाई 8 फरवरी को होगी। बतौर रिपोर्ट्स, केबल ऑपरेटरों ने आदेश को लागू नहीं किए जाने की मांग की है।
आदेश
केबल ऑपरेटर TRAI के आदेश के खिलाफ क्यों हैं?
केबल ऑपरेटरों का कहना है कि TRAI उन सभी ऑपरेटरों की स्थिति के बारे में जानता है जो DD फ्री डिश और OTT प्लेटफॉर्म्स के कारण लगातार अपने ग्राहकों को खो रहे हैं।
एक ऑपरेटर ने बताया कि सोनी टीवी और जी जैसे बड़े ब्रॉडकास्टर के पास पहले से ही अपने OTT प्लेटफॉर्म हैं और टैरिफ बढ़ोतरी से ग्राहक सीधे अपने OTT प्लेटफॉर्म पर शिफ्ट हो जाएंगे और उन्हें स्थानीय केबल TV ऑपरेटरों को दरकिनार करने में मदद मिलेगी।
पत्र
केबल फेडरेशन ने TRAI को लिखा पत्र
केबल फेडरेशन ने TRAI के नए टैरिफ ऑर्डर के खिलाफ पत्र लिखकर अपनी नाराजगी जताई है।
फेडरेशन ने कहा कि TRAI जल्दबाजी में फैसला ले रहा है और केबल ऑपरेटर्स को पूरा समय नहीं दे रहा है।
फेडरेशन ने अपने पत्र में लिखा कि नए टैरिफ ऑर्डर के कारण अब ग्राहक को ज्यादा कीमत चुकानी पड़ेगी और ऐसा होने पर पहले ही संकट में फंसे केबल ऑपरेटर्स की मुश्किलें और बढ़ जाएंगी।
घाटा
केबल टेलीविजन उद्योग में हो रहा है घाटा
पिछले साल एक चर्चा के दौरान कहा था कि ऑल इंडिया डिजिटल केबल फेडरेशन (AIDCF) ने कहा था कि 2.5 प्रतिशत के मासिक दर से केबल टेलीविजन उद्योग से सब्सक्राइबर कम हो रहे हैं।
TRAI के इस नए नियम के बाद इसमें और बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। इसके अलावा केबल टेलीविजन उद्योग में काम कर रहे लगभग 1.5 लाख लोगों की नौकरी खतरे में है।
बयान
आदेश से ग्राहकों को होगा फायदा- TRAI
TRAI ने कहा है कि ग्राहक नेटवर्क कैपेसिटी फीस (NCF) पर 40-50 रुपये तक की बचत कर सकता है।
TRAI के मुताबिक, प्रत्येक ग्राहक अब 130 रुपये की NCF अदा कर 100 चैनलों की जगह 228 टीवी चैनलों का आनंद ले पाएगा। TRAI ने अपने टैरिफ ऑर्डर में कहा कि जिन ग्राहकों के घरों में एक से ज्यादा टेलीविजन सेट है उनको इस ऑर्डर के लागू होने के बाद 60 प्रतिशत की बचत हो सकेगी।