NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / बिज़नेस की खबरें / देश के इतिहास में पहली बार पिछले छह सालों में कम हुईं 90 लाख नौकरियां
    अगली खबर
    देश के इतिहास में पहली बार पिछले छह सालों में कम हुईं 90 लाख नौकरियां

    देश के इतिहास में पहली बार पिछले छह सालों में कम हुईं 90 लाख नौकरियां

    लेखन प्रमोद कुमार
    Nov 01, 2019
    02:03 pm

    क्या है खबर?

    देश में आर्थिक मंदी के बीच नौकरियों की हालत भी ठीक नहीं है। पिछले छह सालों में लगभग 90 लाख नौकरियां कम हुई हैं।

    वहीं हर साल लगभग 26 लाख लोगों को अपनी नौकरियों से हाथ धोना पड़ा है।

    अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी द्वारा प्रकाशित संतोष महरोत्रा और जजाती के पारिदा के नए एकेडेमिक पेपर में यह जानकारी सामने आई है।

    इसमें कहा गया है कि 2011-12 से लेकर 2017-18 के बीच देश में 90 लाख नौकरियां कम हुई हैं।

    नौकरियों में कमी

    आजाद भारत में पहली बार हुआ ऐसा

    आजाद भारत के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब इतने बड़े स्तर पर नौकरियों में कमी देखी गई है।

    मेहरोत्रा और पारिदा के अलावा JNU के हिमांशु ने भी इस विषय पर अपना पेपर तैयार किया है।

    मेहरोत्रा और पारिदा के मुताबिक, छह सालों में 90 लाख नौकरियां कम हुईं है। यह आजाद भारत के इतिहास में पहली बार हुआ है।

    मेहरोत्रा JNU में इकॉनोमिक्स के प्रोफेसर हैं और पारिदा सेंट्रल यूनिवर्सिटी पंजाब में पढ़ाते हैं।

    रिसर्च पेपर

    एक दूसरे पेपर में कही गई थी नौकरियां बढ़ने की बात

    मेहरोत्रा और पारिदा का यह पेपर लवीश भंडारी और अमरेश दुबे की रिसर्च के उलट है।

    प्रधानमंत्री मोदी की इकॉनोमिक एडवाइजरी काउंसिल द्वारा करवाई गई इस रिसर्च में दावा किया गया था कि देश में 2011-12 में नौकरियों की संख्या 43.3 करोड़ थी, जो 2017-18 में बढ़कर 45.7 करोड़ हो गई।

    यानी इस रिसर्च में बताया गया था कि देश में 2.4 करोड़ नौकरियों का इजाफा हुआ है। जबकि नया पेपर नौकरी घटने की बात कह रहा है।

    पेपर

    दो पेपर में किया गया है नौकरियां कम होने का दावा

    मेहरोत्रा और पारिदा ने बताया कि 2011-12 में नौकरियों की संख्या 47.5 करोड़ थी, जो 2017-18 में घटकर 46.5 हो गई।

    वहीं हिमांशु ने एक समाचार पत्र में लिखे अपने लेख में कहा है कि 2011-12 में नौकरियों की संख्या 47.25 करोड़ थी, जो 2017-18 में घटकर 45.7 करोड़ रह गई।

    उनके मुताबिक, छह सालों में लगभग 1.5 करोड़ नौकरियां कम हुई है।

    मेहरोत्रा और पारिदा समेत हिमांशु का पेपर भी नौकरियां कम होने का दावा कर रहा है।

    अंतर की वजह

    क्या है दावों में अंतर की वजह?

    इन तीनों अनुमानों को देखें तो इनमें भारी अंतर है। 2011-12 में नौकरियों की संख्या में इन रिसर्च में लगभग चार करोड़ का अंतर है।

    यह इसलिए भी चौंकाता है कि ये सभी रिसर्च करने के लिए नेशनल सैंपल सर्वे ऑर्गेनाइजेशन के एम्पलॉयमेंट-अनएम्पलॉयमेंट सर्वे 2004-05 और 2011-12 को आधार बनाया गया है।

    हालांकि, इस अंतर के पीछे जनसंख्या का अनुपात एक कारण हो सकता है। तीनों रिसर्च में अलग-अलग जनसंख्या के आधार पर स्टडी की गई है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    भारत की खबरें
    नई नौकरियां
    अर्थव्यवस्था समाचार

    ताज़ा खबरें

    JSW MG को बिक्री में मिली 40 फीसदी की बढ़त, अब तक की सर्वाधिक  MG मोटर्स
    IPL 2025: क्वालीफायर-2 में बारिश ने डाला खलल, मैच धुला तो किसे मिलेगा फाइनल का टिकट? IPL 2025
    ऋतिक रोशन-कियारा आडवाणी समेत फिल्मों में आ रहीं इन 5 नई जोड़ियाें पर सबकी नजर तृप्ति डिमरी
    ग्रिंडर ऐप पर लड़की बनकर धोखाधड़ी कर रहे लड़के, बरतें ये सावधानियां  डेटिंग ऐप्स

    भारत की खबरें

    फ्लैग मीटिंग में बांग्लादेशी गार्ड ने की गोलीबारी, BSF जवान की मौत, एक घायल उत्तर प्रदेश
    मैक्सिको ने 311 भारतीयों को वापस भेजा, अमेरिका में अवैध प्रवेश की थी तैयारी दिल्ली
    भारत ने नोबेल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी का 'न्याय' का विचार नकार दिया- पीयूष गोयल भारतीय जनता पार्टी
    भारत के चार सबसे पुराने बाजार, जो हैं खरीददारों की पहली पसंद लाइफस्टाइल

    नई नौकरियां

    इंटरव्यू के लिए जाते समय इन प्रश्नोंं का जवाब रखें तैयार, मिलेगी अच्छी नौकरी शिक्षा
    इन वेबसाइटों पर दें AIIMS MBBS परीक्षा के लिए मॉक टेस्ट शिक्षा
    महज 1 रुपये में अपनी 50 प्रतिशत हिस्सेदारी बेच रही है जेट एयरवेज, जानें क्यों जेट एयरवेज
    नोटबंदी के बाद दो सालों में गईं 50 लाख लोगों को नौकरियां- रिपोर्ट भारतीय जनता पार्टी

    अर्थव्यवस्था समाचार

    दुनिया की सबसे तेज वृद्धि वाली अर्थव्यवस्था भारत, 7.3 प्रतिशत रहेगी विकास दर- विश्व बैंक चीन समाचार
    रोजगार पर पड़ी नोटबंदी की मार, चार साल के उच्चतम स्तर पर थी बेरोजगारी दर- रिपोर्ट नटबंदी
    इस साल ब्रिटेन को पछाड़कर दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है भारत भारत की खबरें
    पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश बोले- क्रिकेट से लेकर अर्थव्यवस्था तक, पाकिस्तान में हर जगह छाई निराशा भारत की खबरें
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025