हॉटस्टार के 1.2 करोड़ सब्सक्राइबर्स घटे, पासवर्ड शेयरिंग पर रोक लगाने की तैयारी में डिज्नी
डिज्नी+ हॉटस्टार के जून में समाप्त दूसरी तिमाही में एक चौथाई यानी लगभग 1.2 करोड़ ग्राहक कम हो गए हैं। भारत केंद्रित हॉटस्टार को क्रिकेट कंटेंट की कमी के चलते इस मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। यह लगातार तीसरी तिमाही है, जिसमें डिज्नी ने ग्राहक खोए हैं। जून में समाप्त पिछली 3 तिमाहियों में हॉटस्टार ने कुल 1.8 करोड़ ग्राहक कम हुए हैं। दरअसल, जियो सिनेमा ने इस साल के IPL को भारत में मुफ्त में स्ट्रीम किया।
डिज्नी के प्रभुत्व वाले बाजार में जियो ने बनाई जगह
डिज्नी ने भारतीय स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म हॉटस्टार का अधिग्रहण करने के बाद पिछले दशक में क्रिकेट मैचों, खासतौर से स्थानीय IPL टूर्नामेंट की लाइव स्ट्रीमिंग करके लाखों ग्राहक जोड़े थे। यह खेल तब बदल गया जब अरबपति उद्योगपति मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज द्वारा समर्थित कंपनी वॉयकॉम18 ने को पछाड़ कर पिछले सीजन के IPL डिजिटल अधिकार हासिल कर लिए। इससे जियो को डिज्नी के प्रभुत्व वाले बाजार में जगह बनाने में सफलता मिली।
राजस्व बढ़ान के लिए तरीके तलाश रही है डिज्नी
डिज्नी के CEO बॉब ईगर ने बुधवार को अर्निंग कॉल के दौरान कहा कि कंपनी ऑनलाइन स्ट्रीमिंग के लिए अकाउंट शेयर पर रोक लगाने पर विचार कर रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी वर्ष 2024 में पासवर्ड शेयरिंग से जुड़ी रणनीति तैयार करेगी। दरअसल, डिज्नी स्ट्रीमिंग सर्विस को लाभदायक बनाने के तरीकों की तलाश कर रही है। इनमें कंटेंट खर्च में कटौती, सस्ता विज्ञापन आधारित प्लान पेश करना और अकाउंट शेयरिंग को रोकना शामिल है।
2 अलग ऐप के कंटेंट एक में देने पर डिज्नी कर रही विचार
डिज्नी 3 स्ट्रीमिंग सेवाएं- डिज्नी+, हुलु और ESPN+ उपलब्ध कराती है। अमेरिका में तो डिज्नी अपने 2 अलग-अलग ऐप के कंटेंट को एक ही ऐप में देने की सुविधा जल्द शुरू करने की तैयारी में है। वहां डिज्नी+ में हुलु के कंटेंट भी दिए जाएंगे। आने वाले समय में यह सुविधा अन्य देशों में भी देखने को मिल सकती है। हालांकि, स्टैंडअलोन ऐप अभी भी बने रहेंगे। कंपनी ने राजस्व बढ़ाने के लिए प्लान की कीमतों में वृद्धि की है।
नेटफ्लिक्स को पासवर्ड शेयरिंग पर रोक से हुआ फायदा
स्ट्रीमिंग सर्विस में पासवर्ड शेयरिंग पर रोक लगाने में नेटफ्लिक्स सबसे आगे रही है। वर्ष 2022 में जब नेटफ्लिक्स ने ग्राहक वृद्धि में स्थिरता देखी तब राजस्व बढ़ाने के लिए इसने पासवर्ड शेयरिंग को रोकने की शुरुआत की थी। कुछ समय पहले ही नेटफ्लिक्स ने भारत, इंडोनेशिया और केन्या सहित दुनियाभर के सभी बाजारों में पासवर्ड शेयरिंग को रोकने की बात कही है। नेटफ्लिक्स ने यह भी कहा कि पासवर्ड शेयरिंग पर रोक से उसके ग्राहक बढ़े हैं।