बजट 2024: केंद्र सरकार का कहां से भरता है खजाना और कहां होता है खर्च?
क्या है खबर?
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में मंगलवार को आम बजट पेश किया, जिसमें वित्त मंत्री द्वारा सरकार की कमाई और उसके खर्चों का जिक्र हुआ।
केंद्र सरकार की आयकर से 19 प्रतिशत, उधारी और अन्य देय से 27, केंद्रीय उत्पाद शुल्क से 5, वस्तु और सेवा कर (GST) और अन्य कर से 18, निगम कर से 17, कर भिन्न प्राप्तियों से 9, सीमा शुल्क से 4 और ऋण भिन्न पूंजीगत प्राप्तियों से 1 प्रतिशत कमाई होती है।
खर्च
कहां खर्च करती है सरकार?
केंद्र सरकार का सबसे बड़ा हिस्सा राज्य सरकार के साथ करों और शुल्क के बंटवारे में चला जाता है, जो कुल खर्चे का करीब 21 प्रतिशत है।
इसके बाद 19 प्रतिशत रकम ब्याज के भुगतान में, 16 प्रतिशत रकम केंद्रीय क्षेत्र योजनाओं पर, वित्त आयोग पर 9 प्रतिशत रकम, केंद्र प्रायोजित योजनाओं पर 8 प्रतिशत, रक्षा पर 8 प्रतिशत, सब्सिडी पर 6 प्रतिशत, पेंशन पर 4 प्रतिशत और अन्य भुगतान पर 9 प्रतिशत धनराशि खर्च होती है।
आवंटन
इस बार किस मद में कितनी धनराशि आवंटित की गई?
इस बार रक्षा को 4,54,773 करोड़, ग्रामीण विकास को 2,65,808 करोड़, कृषि और अन्य कार्यों के लिए 1,51,851 करोड़, गृह मंत्रालय को 1,50,983 करोड़, शिक्षा के लिए 1,25,638 करोड़, सूचना प्रौद्योगिकी और दूरसंचार पर 1,16,342 करोड़, स्वास्थ्य के लिए 89,287 करोड़, ऊर्जा के लिए 68,769 करोड़, समाज कल्याण के लिए 56,501 करोड़, वाणिज्य और उद्योग के लिए 47,559 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं।
सरकार ने मनरेगा के लिए 86,000 करोड़ और अनुसंधान के लिए 1,200 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं।