लोकसभा सांसद नहीं हैं केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल ये मंत्री, 2 ने चुनाव हारे
क्या है खबर?
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के समर्थन से नरेंद्र मोदी ने रविवार को लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली।
उनके साथ 71 अन्य केंद्रीय और राज्य मंत्रियों ने भी पद और गोपनीयता की शपथ ली।
इन 71 मंत्रियों में कुछ नेता ऐसे हैं, जो वर्तमान में लोकसभा के सदस्य नहीं हैं, लेकिन फिर भी उन्हें मंत्री पद दे दिया गया।
आइए जानते हैं कौन हैं ये मंत्री और इन्हें किस आधार पर मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।
जानकारी
क्या मंत्री बनने के लिए जरूरी है लोकसभा की सदस्यता?
भारतीय संविधान के अनुसार, केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए संसद के दोनों सदनों (लोकसभा और राज्यसभा) में से किसी एक का सदस्य होना जरूरी है। ऐसे में ये मंत्री राज्यसभा के सदस्य होने के चलते मंत्रिमंडल में शामिल किए जा सके हैं।
#1
एस जयशंकर
पूर्व विदेश मंत्री एस जयशंकर ने लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा था, लेकिन उनके गुजरात से राज्यसभा सदस्य होने के कारण उन्हें केंद्रीय मंत्री बनाया गया है।
उन्हें 31 मई, 2019 को पिछली भाजपा सरकार में विदेश मंत्री बनाया गया था। वह जनवरी 2015 से जनवरी 2018 तक विदेश सचिव भी रहे थे।
उन्होंने अपने 38 वर्षों के राजनयिक करियर में सिंगापुर, चेक गणराज्य, चीन और अमेरिका में भारतीय राजूदत के रूप में सेवा दी है।
#2
निर्मला सीतारमण
निर्मला सीतारमण ने भी चुनाव नहीं लड़ा था। वह आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से दो बार राज्यसभा के लिए चुनी गई हैं। इसके चलते उन्हें केंद्रीय मंत्री बनाया गया है।
उन्होंने पिछली सरकार में कॉर्पोरेट मामलों के मंत्री और भारत के 28वें वित्त मंत्री के रूप में शपथ ली थी।
वह पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री रहीं हैं। उन्होंने भारत की दूसरी महिला रक्षा मंत्री के रूप में भी काम किया है। वह 2006 में भाजपा में शामिल हुई थीं।
#3
जेपी नड्डा
निवर्तमान भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा सदस्य होने के नाते केंद्रीय मंत्री पद की शपथ ली है।
वह पहले भी केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं। उन्होंने मोदी सरकार के पहल कार्यकाल में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की जिम्मेदारी संभाली थी, लेकिन उसके बाद उन्हें भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया गया था।
वह भाजपा के संसदीय बोर्ड के सचिव के रूप में भी काम कर चुके हैं। अब उन्हें फिर से मंत्री बनाया गया है।
#4
अश्विनी वैष्णव
अश्विनी वैष्णव पिछली मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं और उन्होंने इस दौरान रेल मंत्री के साथ IT मंत्री की भी जिम्मेदारी संभाली थी।
वह ओडिशा से राज्यसभा सदस्य हैं। ऐसे में उन्हें फिर से केंद्रीय मंत्री पद सौंपा गया है।
1994 बैच के IAS अधिकारी रहे वैष्णव अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री कार्यकाल में PMO में उपसचिव रहे हैं।
उन्होंने 2010 में IAS की नौकरी से इस्तीफा दे दिया था और बाद में राज्यसभा सांसद चुने गए।
#5
हरदीप सिंह पुरी
हरदीप सिंह पुरी को उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सदस्य होने के चलते NDA सरकार में केंद्रीय मंत्री का पद दिया गया है।
पिछली सरकार में उन्होंने शहरी आवास मंत्री के साथ नागरिक उड्डयन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) की भी जिम्मेदारी संभाली थी।
1974 बैच के IFS अधिकारी पुरी ने जनवरी 2014 में भाजपा में शामिल होने से पहले 2009 से 2013 तक संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि के रूप में कार्य किया था।
अन्य
इन्होंने भी राज्यसभा सदस्य होने के चलते ली मंत्री पद की शपथ
महाराष्ट्र से राज्यसभा सदस्य और RPI(A) के अध्यक्ष रामदास अठावले - राज्य मंत्री
असम से राज्यसभा सदस्य पबिता मार्गेरिटा - राज्य मंत्री
बिहार से राज्यसभा सदस्य सतीश दुबे ने - राज्य मंत्री
रांची से राज्यसभा सदस्य संजय सेठ - राज्य मंत्री
JDU से राज्यसभा सदस्य रामनाथ ठाकुर - राज्य मंत्री
राष्ट्रीय लोकदल (RLD) अध्यक्ष और राज्यसभा सदस्य जयंत चौधरी - राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सदस्य बीएल वर्मा - राज्य मंत्री
हार
ये चुनाव हारकार भी बने मंत्री
भाजपा ने एल मुरुगन को तमिलनाडु और रणवीत सिंह बिट्टू को पंजाब से चुनाव मैदान में उतारा था, लेकिन दोनों को हार का सामना करना पड़ा है।
बिट्टू कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए और लुधियाना से चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें कांग्रेस के अमरिंदर सिंह राजा वारिंग से हार का सामना करना पड़ा।
इसी तरह मुरुगन को नीलगिरी से ए राजा से हार झेलनी पड़ी।
सरकार ने दोनों को राज्यसभा सदस्य होने के चलते राज्य मंत्री बनाया है।
जानकारी
जार्ज नहीं है किसी भी सदन के सदस्य
केरल में भाजपा महासचिव जार्ज कुरियन को उनके कार्य और मेहनत के चलते राज्य मंत्री बनाया है, लेकिन बड़ी बात यह है कि वह किसी भी सदन के सदस्य नहीं है। ऐसे में उन्हें मंत्री बने रहने के लिए राज्यसभा की सदस्यता की जरूरत होगी।