केरल से भाजपा सांसद सुरेश गोपी ने कैबिनेट छोड़ने की खबरों को बताया अफवाह
क्या है खबर?
केरल के त्रिशूर से भाजपा के इकलौते सांसद सुरेश गोपी ने राज्य मंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद घोषणा की थी कि वह कैबिनेट पद नहीं चाहते, लेकिन कुछ घंटों बाद इसे अफवाह बताया।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, शपथ लेने के बाद गोपी ने सोमवार को दिल्ली में एक मलयालम टीवी से कहा कि वह एक सांसद के तौर पर काम करना चाहते है और वह कैबिनेट में पद नहीं चाहते हैं।
दोपहर बाद उन्होंने इसे अफवाह बताया।
कैबिनेट
गोपी ने पार्टी को क्या बताई थी वजह?
गोपी ने बताया कि उन्होंने पार्टी को बताया कि उन्हें कैबिनेट पद में कोई रुचि नहीं है, त्रिशूर के लोग अच्छे से जानते हैं कि वह एक सांसद के रूप में बेहतर काम करेंगे।
उन्होंने कहा कि वह फिल्मों में अभिनय करना चाहते हैं और उनको लगता है कि वह जल्द ही पद से मुक्त हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी जल्द ही फैसला करेगी।
गोपी ने तिरुवनन्तपुरम से दिल्ली आते समय भी मीडिया को अपनी राय बताई थी।
पहचान
कौन हैं सुरेश गोपी?
सुरेश गोपी का जन्म 1958 में केरल के अलप्पुझा में हुआ था। उन्होंने जुलॉजी से बैचलर डिग्री हासिल करने के बाद अंग्रेजी साहित्य से स्नातकोत्तर भी किया है।
गोपी एक अभिनेता होने के साथ प्लेबैक सिंगर भी हैं। उन्होंने मलयालम के साथ तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और हिंदी में 250 से अधिक फिल्में की हैं।
गोपी ने त्रिशूर से लोकसभा चुनाव जीतकर भाजपा का खाता खोला है। उन्होंने CPI के सुनील कुमार को 74,686 वोट से हराया है।
इंकार
ट्वीट कर बताया कैबिनेट छोड़ने को अफवाह
भाजपा सांसद सुरेश गोपी ने एक्स पर लिखा, 'कुछ मीडिया प्लेटफॉर्म गलत खबर फैला रहे हैं कि मैं मोदी सरकार के मंत्रिपरिषद से इस्तीफा देने जा रहा हूं। यह पूरी तरह गलत है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में हम केरल के विकास और समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध हैं।'
बता दें कि सुरेश गोपी के कैबिनेट पद न लेने की खबर को लेकर आलोचना शुरू हो गई थी। गोपी के बयान को डैमेज कंट्रोल बताया जा रहा है।