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CoinDCX से पहले हाल ही में इन क्रिप्टोकरेंसी कंपनियों पर हुआ है साइबर हमला
इन क्रिप्टोकरेंसी कंपनियों पर हुआ है साइबर हमला (तस्वीर: पिक्साबे)

CoinDCX से पहले हाल ही में इन क्रिप्टोकरेंसी कंपनियों पर हुआ है साइबर हमला

Jul 21, 2025
12:52 pm

क्या है खबर?

भारतीय क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज CoinDCX पर हाल ही में एक बड़ा साइबर हमला हुआ, जिसमें कंपनी को लगभग 380 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। यह बड़ा साइबर हमला एक पार्टनर एक्सचेंज के आंतरिक ट्रेजरी वॉलेट पर हुआ। CoinDCX ने साफ किया है कि इस हमले में यूजर्स की कोई भी संपत्ति प्रभावित नहीं हुई है। कंपनी इस पूरे नुकसान को अपनी ट्रेजरी फंड से कवर करेगी। आइए इससे पहले के ऐसे कुछ घटनाओं के बारे में जानते हैं।

#1

दुनिया का सबसे बड़ा क्रिप्टो हमला

इस साल फरवरी में दुबई स्थित बायबिट एक्सचेंज पर बड़ा साइबर हमला हुआ, जिसमें ETH सर्वर को निशाना बनाकर करीब 1.5 अरब डॉलर (लगभग 130 अरब रुपये) की चोरी हुई। यह अब तक का सबसे बड़ा क्रिप्टो हैक माना जा रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस हमले के पीछे उत्तर कोरिया से जुड़ी कुख्यात लाजरस समूह का हाथ था। इस घटना ने पूरी दुनिया के डिजिटल एसेट से जुड़े प्लेटफॉर्म्स की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है।

#2

सिंगापुर की एक्सचेंज पर हमला

सिंगापुर की फेमेक्स एक्सचेंज पर इस साल जनवरी में साइबर हमला हुआ, जिसमें करीब 9 करोड़ डॉलर (लगभग 780 करोड़ रुपये) की क्रिप्टो चोरी गई। हमले की वजह हॉट वॉलेट की सुरक्षा में खामी मानी गई। जून, 2025 में ईरान की नोबिटेक्स एक्सचेंज को निशाना बनाया गया, जहां प्रॉ-इजराइल हैकर ग्रुप प्रेडट्री स्पैरो ने राजनीतिक मकसद से 700 करोड़ रुपये से ज्यादा की क्रिप्टोकरेंसी (BTC, ETH, DOGE) चुरा ली। इससे वैश्विक चिंता और गहरी हुई।

#3

डीफाई और वॉलेट प्लेटफॉर्म भी निशाने पर

सोने फाइनेंस पर 15 मई, 2024 को हुए हमले में स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट की कमजोरी का फायदा उठाकर हैकर ने 2 करोड़ डॉलर (लगभग 170 करोड़ रुपये) चुरा लिए। जून, 2024 में लूपरिंग के एथेरियम लेयर 2 वॉलेट में 2FA सुरक्षा चूक के कारण लगभग 50 लाख डॉलर (लगभग 45 करोड़ रुपये) का नुकसान हुआ। इन दोनों ही घटनाओं में हैकर्स ने सुरक्षा तकनीकों को चकमा देकर यूजर्स के फंड्स तक सीधी पहुंच बनाई, जिससे भरोसे पर असर पड़ा।

#4

अन्य हमलों में करोड़ों की चोरी

पिछले साल जून में UwU लेंड से प्राइस ओरैकल हेरफेर के जरिए करीब 170 करोड़ रुपये चुराए गए थे, जिससे सुरक्षा पर सवाल उठे। मई, 2024 में जापान की DMM बिटकॉइन कंपनी से करीब 4,500 BTC यानी करीब 2,700 करोड़ रुपये की चोरी हुई। यह चोरी एक निजी की लीक के कारण हुई थी। हालांकि, यह पहला बड़ा मामला नहीं था, लेकिन इससे जापान में क्रिप्टोकरेंसी की साइबर सुरक्षा पर बहस और तेज हो गई।

#5

वजीरएक्स पर हुआ हमला

भारत की क्रिप्टो एक्सचेंज वजीरएक्स का जिक्र करना जरूरी है। यह एक्सचेंज जुलाई, 2024 में 23 करोड़ डॉलर (लगभग 1,900 करोड़ रुपये) के साइबर हमले का शिकार हुआ था। यह पिछले साल की सबसे बड़ी घरेलू क्रिप्टो चोरी में से एक थी, जिसमें एक्सचेंज के इंटरनल सिस्टम में सेंध लगाकर हैकर्स ने डिजिटल एसेट्स चुराए। इस घटना के बाद सुरक्षा उपायों पर सवाल उठे और क्रिप्टो निवेशकों में भय का माहौल बन गया, जिससे व्यापारिक गतिविधियां प्रभावित हुईं।

सुरक्षा

कैसे सुरक्षित रहें?

क्रिप्टोकरेंसी को सुरक्षित रखने के लिए एक्सचेंज और यूजर्स दोनों को सतर्क रहना जरूरी है। एक्सचेंज को मल्टी-फैक्टर ऑथेंटिकेशन, कोल्ड वॉलेट और AI मॉनिटरिंग जैसे उपाय अपनाने चाहिए। वहीं, यूजर्स को 2FA चालू रखना, फिशिंग साइट्स से बचना और अपनी जानकारी गुप्त रखना जरूरी है। सरकार को KYC नियमों का पालन सुनिश्चित कराना चाहिए और शिकायतों के लिए तेज व्यवस्था बनानी चाहिए। इन सभी उपायों से साइबर हमलों से सुरक्षा मजबूत हो सकती है।