बिटकॉइन के जनक नहीं हैं ऑस्ट्रेलियाई कंप्यूटर वैज्ञानिक क्रेग राइट- अदालत
जानी-मानी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन के जनक को लेकर पिछले काफी समय से कानूनी लड़ाई चल रही थी। अब लंदन के हाई कोर्ट ने फैसला दिया है कि ऑस्ट्रेलियाई कंप्यूटर वैज्ञानिक क्रेग राइट ने बिटकॉइन की शुरुआत नहीं की थी। दरअसल, राइट ने दावा किया था वे ही सातोशी नाकामोटो है और उन्होंने ही सातोशी नाकामोटो के छद्म नाम से 2008 में बिटकॉइन को लेकर श्वेत पत्र लिखा था, जिसके बाद इस क्रिप्टोकरेंसी की शुरुआत हुई थी।
किसकी अपील हुई थी सुनवाई?
क्रिप्टो ओपन पेटेंट अलायंस (Copa) नामक समूह एक समूह ने राइट से इस दावे को चुनौती दी थी कि वे ही नाकामोटो हैं। Copa को ट्विटर (वर्तमान में एक्स) के संस्थापक जैक डॉर्सी की कंपनी का समर्थन प्राप्त है। सुनवाई के दौरान Copa ने कहा कि राइट ने धोखाड़ी और बेइमानी की और उन्होंने हजारों करोड़ रुपये के दावे दायर रखे हैं। दूसरी तरफ राइट ने कहा कि अगर वे नाकामोटो नहीं तो अब तक असली नाकामोटो सामने आ जाते।
अदालत ने अपने आदेश में क्या कहा?
इस मामले की सुनवाई लंदन हाई कोर्ट की इंटलेक्चुअल प्रोपर्टी डिविजन में हुई थी और सुनवाई पूरी होने के तुरंत बाद अदालत ने अपना फैसला सुना दिया। फैसले में अदालत ने कहा कि राइट वह आदमी नहीं हैं, जो सातोशी नाकामोटो के छद्म नाम से काम कर रहे हैं। राइट वह आदमी नहीं हैं, जिन्होंने बिटकॉइन की शुरुआत की थी। अभी इस मामले में जज की टिप्पणी आई है और पूरा फैसला आने वाले दिनों में सामने आएगा।