अमेरिका में ऐपल के खिलाफ दायर किया मुकदमा, लगाया ये आरोप
अमेरिका में टेक दिग्गज कंपनी ऐपल के खिलाफ मुकदमा दायर किया गया है। यह मुकदमा ऐपल पर आईफोन के लिए प्रतिस्पर्धा बढ़ाने और छोटी कंपनियों को बढ़ावा देने के लिए किया गया है। मुकदमे का तर्क है कि आईफोन निर्माता ने छोटे प्रतिद्वंद्वियों को नुकसान पहुंचाया और कीमतें बढ़ा दीं। ऐपल ने कहा कि मुकदमे से उन सिद्धांतों को खतरा है, जो बाजार में उसके उत्पादों को अलग करते हैं।
यूरोप के तरह अमेरिका में हो सकता है बदलाव
यूरोप में डिजिटल मार्केट एक्ट (DMA) के नियम लागू होने के बाद उपभोक्ताओं को कई फायदा हुआ है। DMA के कारण ऐपल को अपने लोकप्रिय स्मार्टफोन में कई बदलाव करने के लिए मजबूर होना पड़ा। एक रिपोर्ट में यह सुझाव दिया गया कि अगर अमेरिकी न्याय विभाग का मुकदमा सफल होता है तो अमेरिका में भी इसी तरह के बदलाव हो सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो अमेरिका में भी यूजर्स को इससे काफी फायदा होगा।
ऐपल को करना पड़ा अपने उत्पाद में बदलाव
यूरोपीय संघ (EU) ने 2024 के अंत तक 27 देशों के समूह में चार्जिंग पोर्ट को अनिवार्य मानक बनाने वाला एक कानून पारित किया, जिसके बाद ऐपल को USB-C चार्जिंग पोर्ट पर स्विच करना पड़ा। ऐप स्टोर को लेकर भी नियम बदल गया है, जिसके कारण यूरोप में आईफोन यूजर्स अब किसी थर्ड-पार्टी ऐप स्टोर से भी कोई ऐप इंस्टॉल कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त ब्राउजर और पेमेंट मेथड का भी यूरोप में नियम बदल गया है।