एयर इंडिया के बेड़े का विस्तार करेगा टाटा समूह, खरीदे जाएंगे 200 नए विमान
टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया अपने बेड़े में 200 नए विमान शामिल करने की योजना बना रही है। इनमें से 70 प्रतिशत नैरो-बॉडी वाले विमान होंगे। मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने बताया कि वाइड-बॉडी वाले विमानों में एयर इंडिया एयरबस के A350 विमान खरीद सकती है, जबकि नैरो-बॉडी वाले विमानों के लिए एयरबस और बोइंग से बातचीत चल रही है। जल्द ही इस बारे में आधिकारिक पुष्टि होने की उम्मीद है।
क्या होते हैं वाइड-बॉडी वाले विमान?
वाइड-बॉडी वाले विमानों की बात करें तो ऐसे एयरबस A350 जैसे विमान होते हैं, जिनका ईंधन टैंक बड़ा होता है। ज्यादा ईंधन क्षमता के चलते ये विमान भारत से अमेरिका जैसे लंबे मार्गों पर उड़ान भर सकते हैं।
2006 के बाद से एयर इंडिया ने नहीं खरीदा विमान
एयर इंडिया ने आखिरी बार 2006 में ही विमान खरीदे थे। उस समय अमेरिकी कंपनी बोइंग से 68 और यूरोपीय कंपनी एयरबस से 43 विमान खरीदे गए थे। उसके बाद से एयरलाइन ने कोई नया विमान नहीं खरीदा है। अब कंपनी अपने बेड़े का विस्तार कर रही है। कंपनी की वेबसाइट के अनुसार, एयर इंडिया के पास अभी 49 वाइड-बॉडी वाले और 79 नैरो-बॉडी वाले विमान है। इनमें बोइंग के कई अलग-अलग मॉडल शामिल हैं।
टाटा समूह ने शुरू किए बदलाव
इसी साल जनवरी में एयर इंडिया का स्वामित्व टाटा समूह को मिला था और उसके बाद से एयरलाइन में बदलाव जारी है। इन बदलावों में कर्मचारियों के लिए नए दिशानिर्देश जारी करने समेत कई नीतिगत बदलाव शामिल है। बता दें, जनवरी में एयर इंडिया की 100 प्रतिशत हिस्सेदारी टाटा संस की सहायक कंपनी टैलेस प्राइवेट लिमिटेड को सौंपी गई थी। टैलेस ने एयर इंडिया का 15,300 करोड़ का कर्ज भी स्वीकार कर लिया था।
टाटा समूह ने अक्टूबर में लगाई थी एयर इंडिया के लिए बोली
सरकार ने एयर इंडिया की 100 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने का निर्णय करते हुए जनवरी, 2020 में इसकी नीलामी की दूसरे चरण की प्रक्रिया शुरू की थी। पिछले साल अप्रैल में सरकार ने इच्छुक कंपनियों से बोलियां आमंत्रित की थी। बोली में सरकार ने एयर इंडिया का करीब 12,906 करोड़ रुपये न्यूनमत आरक्षित मूल्य रखा था। इसके बाद 8 अक्टूबर को टाटा समूह ने 18,000 करोड़ रुपये की बोली लगाकर एयर इंडिया को खरीद लिया था।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
जेआरडी टाटा ने 1932 में टाटा एयरलाइंस की स्थापना की थी। दूसरे विश्व युद्ध के वक्त विमान सेवाएं रोक दी गई थीं। जब फिर से विमान सेवाएं बहाल हुईं तो 29 जुलाई, 1946 को टाटा एयरलाइंस का नाम बदलकर एयर इंडिया लिमिटेड कर दिया गया था। आजादी के बाद 1947 में एयर इंडिया की 49 फीसदी भागीदारी सरकार ने ले ली थी। इसके बाद साल 1953 में इस एयरलाइंस का राष्ट्रीयकरण कर दिया गया।