लंबे समय तक बिना परेशानी के चलेगी टर्बो इंजन वाली कार, रखें ऐसे ख्याल
देश में संचालित कारों में बड़ी मात्रा में टर्बोचार्ज्ड इंजन से लैस हैं, जो अधिक पावर के कारण खूब पसंद की जाती हैं। इन्हें चलाना जितना मजेदार है, रखरखाव उतना ही भारी है। अगर आपके पास टर्बोचार्ज्ड कार है तो आपको इसी के हिसाब से ड्राइविंग शैली और रखरखाव में बदलाव करने की जरूरत होती है। इसकी अनदेखी भारी पड़ सकती है। आइये जानते हैं टर्बोचार्ज्ड वाहन को चलाते समय किन बातों का ध्यान रखने की जरूरत है।
तेजी से ना बढ़ाएं कार की स्पीड
टर्बोचार्ज्ड कार को किसी कोने से निकालकर सीधी सड़क पर लाने के लिए एकदम तेजी से स्पीड नहीं बढ़ानी चाहिए। ऐसा करने पर अचानक से पावर बढ़ जाएगी और गाड़ी से आपका नियंत्रण खो सकता है। इससे ओवरस्टीयर या अंडरस्टीयर होने से दुर्घटना की आशंका रहती है। हाई गियर पर गाड़ी को कम स्पीड पर चलाना माइलेज को प्रभावित कर सकता है। इसके अलावा इस वजह से टर्बो में कार्बन जमा हो सकता है, जो इसे रोक सकता है।
एकदम से बंद न करें कार का इंजन
टर्बो इंजन को अचानक से बंद नहीं करना चाहिए। इससे गर्म हवा चार्जर के अंदर ही रह जाती है, जो धीरे-धीरे टर्बो की क्षमता को घटा देती है। इसलिए इंजन को बंद करने से पहले उसे आइडियल पोजिशन में लेकर आएं। इसके अलावा, नैचुरली एस्पिरेटेड पावरट्रेन की तुलना में टर्बोचार्ज्ड अधिक जटिल पावरट्रेन सिस्टम होता है। इस कारण इसे ज्यादा रखरखाव की जरूरत होती है। टर्बोचार्ज्ड कारों में ऑयल और स्पार्क प्लग समय पर बदलवाना जरूरी है।