इलेक्ट्रिक वाहन टेस्टिंग होगी तेज, 3 बड़े शहरों में सेंटर खोलेगी सरकार
देश में इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) के बढ़ते हुए इस्तेमाल को देखते हुए भारत सरकार नेशनल टेस्ट हाउस (NTH) प्रयोगशालाओं में ऐसे वाहनों के लिए टेस्टिंग सुविधाओं को विस्तार देने पर विचार कर रही है। सरकारी सूत्रों के अनुसार, मुंबई और कोलकाता में NTH लैब्स के साथ और बेंगलुरू में रीजनल रेफरेंस स्टैंडर्ड लैबोरेट्री (RRSL) में EV के लिए टेस्टिंग सुविधाएं स्थापित करने की योजना पर काम चल रहा है। इससे EVs टेस्टिंग में तीव्रता आएगी और कम समय लगेगा।
आसान होगी EV की टेस्टिंग
CNBC-TV18 की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) की एक स्क्रीनिंग कमेटी EV निर्माताओं की बढ़ती संख्या के लिए टेस्टिंग सुविधाओं को आसान बनाने के लिए एडवांस इन्फ्रास्ट्रक्चर स्थापित करने की दिशा में काम कर रही है। सरकारी सूत्रों ने बताया है कि इन सुविधाओं में बैटरी और बैटरी सिस्टम के साथ EV चार्जिंग स्टेशन की सुरक्षा के लिए भी टेस्टिंग होगी। इससे पहले उपभोक्ता मामलों की अतिरिक्त सचिव निधि खरे भी इसके संकेत दे चुकी हैं।
टेस्टिंग में कम लगेगा समय
पिछले साल कई इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने की घटनाओं के बाद सरकार ने अतिरिक्त सुरक्षा आवश्यकताओं के लिए बैटरियों के टेस्टिंग स्टैंडर्ड में संशोधन किया था। इसी के तहत अब सरकार नई सुविधाएं तैयार करने की योजना पर काम कर रही है। वर्तमान में EV के लिए औसत टेस्टिंग समय 30 दिन है। नई NTH लैब्स खुलने से यह समय घट जाएगा। इसके अलावा मुंबई में स्विच गियर के लिए टेस्टिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर भी स्थापित करने की भी तैयारी है।