लेवल 3 ऑटोनॉमस ड्राइविंग सिस्टम अप्रूवल पाने वाली पहली कंपनी बनी मर्सिडीज, यह क्या होता है?
क्या है खबर?
मर्सिडीज-बेंज एक नया कीर्तिमान अपने नाम करते हुए दुनिया की पहली ऐसी ऑटोमोटिव कंपनी बन गई है जिसे लेवल 3 ऑटोनॉमस ड्राइविंग सिस्टम के लिए मंजूरी मिली है।
यह मंजूरी संयुक्त राष्ट्र से जुड़ी संस्था UN-R157 द्वारा दी गई है जो वाहनों में लेवल 3 ऑटोनॉमस ड्राइविंग सिस्टम के मानक निर्धारित करती है।
इसके साथ ही मर्सिडीज अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस सिस्टम की पेशकश करने में भी सक्षम होगी।
जानकारी
क्या होता है लेवल 3 ऑटोनॉमस ड्राइविंग सिस्टम?
लेवल 3 ऑटोनॉमस ड्राइविंग सिस्टम उन प्रणालियों को दर्शाता है जो कुछ स्थितियों में ड्राइवरों को स्टीयरिंग व्हील से अपना हाथ हटाने की अनुमति देता है।
हालांकि, यह पूरी तरह से ऑटोनॉमस ड्राइविंग नहीं होती क्योंकि ड्राइवर को अभी भी किसी भी समय नियंत्रण वापस लेने के लिए तैयार रहने की आवश्यकता है।
इस सिस्टम के होने पर भी आपातकाल की स्थिति में ड्राइवरों को कार को नियंत्रित करने की जरूरत होती है।
सिस्टम
कंपनी शुरू कर रही ड्राइव पायलट सिस्टम
लग्जरी ऑटोमेकर मर्सिडीज ने कहा कि वह जर्मनी में 13,191 किलोमीटर के मोटरवे पर 'ड्राइव पायलट' की पेशकश कर रही है और कंपनी अमेरिका और चीन जैसे देशों में इस सिस्टम का व्यापक टेस्ट ड्राइव भी शुरू कर रही है।
मर्सिडीज ने आगे कहा, "ड्राइव पायलट हाईवे पर पहले से मैप किए गए हिस्सों पर 37 मील (60 किलोमीटर) प्रति घंटे की रफ्तार से घने ट्रैफिक में भी काम करेगा, जिसमें सिस्टम स्टीयरिंग, एक्सेलेरेशन और ब्रेकिंग को हैंडल करेगा।"
प्रक्रिया
कैसे काम करता है यह सिस्टम?
यह सिस्टम ड्राइविंग सहायता पैकेज के सराउंड सेंसर पर काम करता है और अतिरिक्त सेंसर भी बनाता है।
इनमें LiDAR, पीछे की खिड़की में एक कैमरा और आपातकालीन वाहनों से नीली बत्ती और अन्य विशेष संकेतों का पता लगाने के लिए डिजाइन किए गए माइक्रोफोन शामिल हैं।
इस सिस्टम से डिजिटल HD रोड मैप, रूट प्रोफाइल, ट्रैफिक सिग्नल और असामान्य ट्रैफिक इवेंट जैसे रोडवर्क या दुर्घटना के बारे में जानकारी मिलती है।
उपलब्धता
अगले साल इन कारों में आ जाएगा यह सिस्टम
कंपनी ने बताया कि ड्राइव पायलट नाम की यह ऑटोमेटेड ड्राइविंग तकनीक 2022 की पहली छमाही में S-क्लास और EQS मॉडल में उपलब्ध होगी।
ड्राइव पायलट सिस्टम ड्राइवर से तनाव दूर करेगा और कार के सेंट्रल डिस्प्ले पर सहायक कार्य जैसे ऑनलाइन शॉपिंग, इन-कार ऑफिस की स्थिति में ई-मेल भेजना करने की अनुमति देगा।
इसके अलावा यदि ड्राइवर संकेत दिए जाने पर नियंत्रण वापस लेने में विफल रहता है, तो कार ऑटोमैटिक रूप से धीमी हो जाएगी।