मारुति सुजुकी के लिए अच्छा नहीं रहा नवंबर का महीना, बिक्री में आई 9 प्रतिशत गिरावट
भारत की दिग्गज ऑटोमेकर कंपनी मारुति सुजुकी ने नवंबर महीने की अपनी सेल्स रिपोर्ट जारी कर दी है। कंपनी के लिए पिछला महीना कुछ खास नहीं रहा। सालाना आधार पर सुजुकी ने पिछले महीने वाहनों की कुल बिक्री में 9 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की है। कार निर्माता ने पिछले महीने 1,39,184 गाड़ियों की बिक्री की, जबकि पिछले साल इसी महीने में कंपनी ने 1,53,233 गाड़ियों की बिक्री की थी। आइये, मारुति सेल्स रिपोर्ट के बारे में जानते हैं।
कैसी रही पैसेंजर वाहनों की बिक्री?
पिछले महीने मारुति ने 1,09,726 पैसेंजर वाहनों की बिक्री की है जिसमें से 70 प्रतिशत से अधिक केवल मिनी और कॉम्पैक्ट वाहनों की बिक्री हुई है। ऑल्टो, वैगनआर, बलेनो, स्विफ्ट और इस सेगमेंट अन्य गाड़ियां समेत पिछले महीने मारुति ने 74,492 गाड़ियों की बिक्री की है। दूसरी तरफ मिड-साइज और यूटिलिटी सेगमेंट में कंपनी ने पिछले महीने की कुल पैसेंजर वाहनों की बिक्री में लगभग 25 प्रतिशत का योगदान देते हुए 24,574 गाड़ियों की बिक्री की है।
मासिक आधार पर बिक्री में हुई है वृद्धि
मासिक आधार पर अक्टूबर की तुलना में नवंबर में मारुति को बिक्री में थोड़ी बढ़त मिली है। अक्टूबर 2021 में कंपनी ने 138,335 गाड़ियों की बिक्री की थी। वहीं, नवंबर 2021 में मारुति 1,39,184 गाड़ियों की बिक्री की है। कंपनी का कहना है कि सालाना आधार पर बिक्री में गिरावट इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स और सेमीकंडक्टर की कमी के कारण आई है, जिसने मुख्य रूप से भारत में बेचे जाने वाले वाहनों के प्रोडक्शन को प्रभावित किया है।
मारुति जल्द लॉन्च करेगी कई फेसलिफ्ट मॉडल
मारुति ने पिछले महीने की शुरुआत में अपनी कॉम्पैक्ट कार सेलेरियो का फेसलिफ्ट वेरिएंट लॉन्च किया था। कंपनी का दावा है कि नई सेलेरियो 26.68 किमी प्रति लीटर के माइलेज के साथ भारत की सबसे किफायती पेट्रोल कार है। मारुति को उम्मीद है कि नई सेलेरियो भविष्य में बिक्री संख्या को बढ़ाने में मदद करेगी। उम्मीद की जा रही है कि कंपनी जल्द ही भारत में कई अन्य फेसलिफ्ट मॉडल पेश करेगी जिनमें विटारा ब्रेज़ा, बलेनो और ऑल्टो शामिल हैं।
कंपनी ने लिया है प्रोडक्शन घटने का फैसला
मारुति ने पहले ही कहा था कि दिसंबर में भी बिक्री में गिरावट की संभावना है। रिपोर्ट्स के अनुसार सुजुकी मोटर कंपनी सेमीकंडक्टर की कमी के चलते इस महीने हरियाणा और अहमदाबाद प्लांट में प्रोडक्शन घटाने का फैसला करना पड़ा है।