बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में मारुति सुजुकी के मुनाफे में आई 10% की गिरावट
देश की सबसे बड़ी ऑटो कंपनी मारुति सुजुकी ने बीते वित्त वर्ष 2020-2021 के चौथी तिमाही के मुनाफे के आंकड़े जारी कर दिए हैं। बुधवार को सामने आए आंकड़ों के अनुसार कंपनी को बीते वित्त वर्ष की अंतिम यानी चौथी तिमाही में 10 प्रतिशत का घाटा हुआ है। हालांकि, पिछले वित्त वर्ष में सबसे ज्यादा बिकने वाली टॉप पांच कारें मारुति सुजुकी की थी। इसके बावजूद भी कंपनी को अंतिम तिमाही में घाटा हुआ है।
कंपनी को हुआ इतने करोड़ रुपये का मुनाफा
मारुति सुजुकी ने मंगलवार को कहा कि कंपनी को इस वर्ष जनवरी से मार्च के बीच 1,166 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है। इसकी तुलना पिछले वर्ष इसी अवधि में हुए लाभ से की जाए तो यह 10 प्रतिशत कम है। पिछले वर्ष इसी अवधि के बीच कंपनी को 1,292 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। मारुति सुजुकी अन्य कार निर्माताओं की तुलना में अधिक कारों की बिक्री करती है। इसके बावजूद वह पिछले साल लगे लॉकडाउन से प्रभावित हुई।
क्या रहा मुनाफे में कमी का कारण?
कोरोना वायरस महामारी के अलावा मारुति सुजुकी के मुनाफे में कमी के कई कारण हैं। इनमें कच्चे माल की लागत में वृद्धि और विदेशी मुद्रा में उतार-चढ़ाव आदि प्रमुख हैं। हालांकि, कंपनी का ऑपरेटिंग मुनाफा अंतिम तिमाही में 73 प्रतिशत अधिक 1,250 करोड़ रुपये था।
कंपनी ने की इतने वाहनों की बिक्री
बता दें कि इस अवधि के बीच कंपनी ने 4.92 लाख वाहनों की बिक्री की। यह पिछले वर्ष की तुलना में 27.8 प्रतिशत अधिक है। इसके बावजूद उसके मुनाफे में गिरावट आई है। कंपनी ने घरेलू बाजार में 4.56 लाख यूनिट्स की बिक्री की थी और 35,528 यूनिट्स का निर्यात किया था। 2020-21 वित्त वर्ष में कंपनी को 4,389.1 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। यह 2019-2020 में हुए 5,677 करोड़ रुपये के मुनाफे से 22.69 प्रतिशत कम है।
उत्पादों की बिक्री से राजस्व भी घटा
इसके अलावा कंपनी को उत्पादों की बिक्री से राजस्व भी घटा है। वित्त वर्ष 2020-2021 में कंपनी को 66,571 करोड़ रुपये का राजस्व मिला। वहीं, 2019-2020 में कंपनी का राजस्व 71,704 करोड़ रुपये था। ब्याज और कर से पहले मारुति सुजुकी की आय पिछले वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही में 1,991 करोड़ रुपये थी, जो कि इससे पहले वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही की 1,671 करोड़ रुपये की आय से अधिक है।