डिजाइन से लेकर रेंज तक, इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदने से पहले इन बातों पर दें ध्यान
क्या है खबर?
इलेक्ट्रिक वाहनों का चलन देश में बढ़ता जा रहा है। लोग पेट्रोल और डीजल वाले वाहन खरीदने की अपेक्षा इलेक्ट्रिक वाहनों खरीद रहे हैं।
इस समय भारत में एक से एक अच्छे और शानदार फीचर्स वाले इलेक्ट्रिक स्कूटर्स बिक्री के लिए उपलब्ध हैं और समय के साथ-साथ इनकी संख्या में विस्तार हो रहा है।
हालांकि, एक अच्छा इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदना आसान नहीं है। इसे खरीदने से पहले नीचे बताई गई बातों पर ध्यान देना चाहिए।
#1
डिजाइन में इन बातों पर दें ध्यान
किसी भी वाहन के लिए उसका डिजाइन महत्वपूर्ण चीज होती है क्योंकि सबसे पहले ग्राहक उसे देखकर उसकी ओर आकर्षित होते हैं।
इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदने से पहले उसकी डिजाइन को देखें और ध्यान दें कि उसमें पैर रखने के लिए पर्याप्त जगह दी गई है या नहीं। साथ ही बूट स्पेस पर ध्यान दें।
इसके अलावा स्कूटर की बॉडी की क्वालिटी अच्छी हो। ये जांच कर लें कि बारिश या स्कूटर धोते समय उसकी बैटरी में पानी न जाए।
#2
इन फीचर्स के बारे में जरूर जानें
डिजाइन के बाद उसमें दिए जाने वाले फीचर्स की जांच करनी चाहिए। ईँधन से चलने वाले स्कूटर्स की तरह इलेक्ट्रिक स्कूटर्स में भी कई फीचर्स दिए जाते हैं।
आजकल बाजार में आने वाले इलेक्ट्रिक स्कूटर्स में स्पीड लॉकिंग सिस्टम, ऐप कनेक्टिविटी, साइड स्टैंड इंडिकेटर, एंटी ब्रेंकिंग सिस्टम (ABS), डिस्क ब्रेक, USB चार्जिंग पोर्ट आदि मिलते हैं।
कोई भी मॉडल खरीदने से पहले उसमें इन सभी फीचर्स की जांच जरूर कर लें।
#3
रेंज पर ध्यान देना है बहुत जरूरी
इन दिनों कंपनियां अच्छी रेंज वाले इलेक्ट्रिक स्कूटर्स लाने पर काम कर रही हैं।
डिजाइन और फीचर्स के अलावा ग्राहक को इस पर भी ध्यान देना चाहिए कि जो स्कूटर वे खरीदने जा रहे हैं वह सिंगल चार्ज में कितने किलोमीटर चल सकता है।
भारत में लो और हाई स्पीड वाले इलेक्ट्रिक स्कूटर्स मिलते हैं। लो वाले की रेंज 80 किलोमीटर और हाई वाले की 140 किलोमीटर तक होती है। इसलिए खरीदने से पहले स्कूटर की रेंज पता कर लें।
#4
बैटरी और उसके चार्जिंग टाइम को देखें
किसी भी इलेक्ट्रिक स्कूटर के लिए उसकी बैटरी उसका एक महत्वपूर्ण पार्ट होता है।
भारतीय बाजार में लेड-एसिड और लिथियम-आयन बैटरी वाले इलेक्ट्रिक स्कूटर्स मिलते हैं।
लेड-एसिड बैटरी वाले मॉडल हवा में प्रदूषण नहीं फैलाते हैं, लेकिन इनकी लाइफ खत्म हो जाने पर यह अन्य वेस्ट इलेक्ट्रिकल की तरह नुकसानदायक होते हैं। वहीं, लिथियम-आयन बैटरी, लेड-एसिड बैटरी से अच्छी होती है।
यह भी ध्यान दें कि किस इलेक्ट्रिक स्कूटर की बैटरी फुल चार्ज होने में कितना कम समय लगता है।
#5
स्पीड पर भी ध्यान दें
भारत में दो प्रकार लो और हाई स्पीड वाले इलेक्ट्रिक स्कूटर्स मिलते हैं। लो स्पीड वाले मॉडल्स की टॉप स्पीड 25 किलोमीटर प्रति घंटा तक होती है।
इस प्रकार के स्कूटर्स को चलाने के लिए रजिस्ट्रेशन, ड्राइविंग लाइसेंस और बीमा आदि की जरूरत नहीं होती है।
वहीं, हाई स्पीड वाले मॉडल्स 25 किलोमीटर प्रति घंटा से अधिक की रफ्तार में दौड़ने में सक्षम होते हैं। इसलिए अपनी सुविधा अनुसार पहले सभी चीजों की जांच कर लें, उसके बाद खरीदें।