महिंद्रा M9इलेक्ट्रो जेन3 फॉर्मूला वन रेसिंग कार से उठा पर्दा, जानिए इसकी खासियत
क्या है खबर?
महिंद्रा रेसिंग ने 2023 ABB FIA फॉर्मूला ई वर्ल्ड चैंपियनशिप से पहले महिंद्रा M9इलेक्ट्रो जेन3 फॉर्मूला वन रेसिंग कार से पर्दा उठा दिया है।
कार को महिंद्रा एडवांस्ड डिजाइन यूरोप (MADE) द्वारा डिजाइन किया गया है। इसे बिल्कुल नया कॉपर और सिग्नेचर रेड कलर ऑप्शन मिला है। यह महिंद्रा के बॉर्न इलेक्ट्रिक प्लेटफॉर्म डिजाइन लैंग्वेज पर आधारित है। रेस में इस गाड़ी को लुकास डी ग्रासी और ओलिवर रोलैंड जैसे रेसर ड्राइव करेंगे।
डिजाइन
कैसा है M9इलेक्ट्रो जेन3 का लुक?
महिंद्रा रेसिंग की M9इलेक्ट्रो जेन3 फॉर्मूला ई रेस कार को साधारण फॉर्मूला वन रेसिंग कार कैसा लुक मिला है, जिसमें कंपनी का सिग्नेचर रेड कलर है, जो बिल्कुल नए कॉपर शेड के साथ मुजूद है।
इसे मोटरस्पोर्ट रेसिंग में टीम के इतिहास को दर्शाते हुए डिजाइन किया गया है।
फेडरेशन इंटरनेशनेल डी ल'ऑटोमोबाइल (FIA) के निर्देश के अनुसार, रेस कार स्पोर्ट्स बॉडी पैनल को लिनन और नए कार्बन फाइबर जैसी हल्की सामग्री का उपयोग करके बनाया है।
पावरट्रेन
इलेक्ट्रिक पावरट्रेन के साथ आएगी यह रेसिंग कार
महिंद्रा M9इलेक्ट्रो जेन3 फॉर्मूला वन रेसिंग कार में 470hp की पावर जनरेट करने वाला डुअल-इलेक्ट्रिक मोटर सेटअप दिया गया है, जो एक नई जनरेशन की 600kW की बैटरी पैक से जुडी हुई है।
यह इलेक्ट्रिक कार रीजेनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम से लैस है, जो रेसिंग के दौरान बैटरी को 40 प्रतिशत तक बचाती है। इसकी टॉप स्पीड 310 किलोमीटर प्रति घंटे है।
इस बेहतरीन गाड़ी के साथ महिंद्रा रेसिंग फॉर्मूला वन रेसिंग कार का खिताब अपने नाम करना चाहती है।
फीचर्स
रेसिंग कार में मिलेंगे ये फीचर्स
रेसिंग कार में ड्राइवर की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए इसमें हेड रेस्ट्रेंट में विशेष पैडिंग सामग्री के साथ कार्बन फाइबर कॉकपिट दिया गया है। इसमें खास "हेलो" क्रैश-प्रोटेक्शन सिस्टम और फोर पॉइंट सेफ्टी रेटिंग हार्नेस का इस्तेमाल किया गया है। इस गाड़ी में सिंगल सीटर केबिन दिया गया है।
इस गाड़ी के केबिन में खास कार्बन फाइबर पैनल और लिनन बॉडी पैनल केबिन को और भी मजबूत बनातें हैं।
कंपनियां
मौजूदा समय में ये कंपनियां होती हैं शामिल
वर्तमान समय में फॉर्मूला वन में मर्सिडीज, फेरारी, महिंद्रा रेसिंग और रेनो की गाड़ियां शामिल होती हैं, जबकि इस साल के अंत में जापानी निर्माता होंडा के बाहर निकलने के बाद रेड बुल इसकी जगह लेगी।
दूसरी तरफ ऑडी और पोर्शे जैसी गाड़ियों की निर्माता फॉक्सवैगन ने भी कथित तौर पर फॉर्मूला वन में प्रवेश करने पर चर्चा की है। हालांकि, यह निर्णय 2026 तक इलेक्ट्रिक गाड़ियों में स्विच करने के नियम पर निभर करेगा।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
दुनिया की सबसे लोकप्रिय अंतरराष्ट्रीय ऑटो रेसिंग फॉर्मूला वन (F1) भी अब इलेक्ट्रिक सेगमेंट की ओर अपना रुख करने वाली है।
F1 संचालक FIA ने इस बारे में बताया कि 2026 तक एक नई, सस्ती और अधिक पर्यावरण के अनुकूल इलेक्ट्रिक यूनिट पेश हो जाएगी और तब फॉर्मूला वन इलेक्ट्रिक सेगमेंट पर अधिक ध्यान देगी।
इस तरह FIA इलेक्ट्रिक वाहनों को अपना कर दुनिया को पर्यावरण के प्रति एक कड़ा संदेश भेजना चाहती है।