ऑडी कंपनी ने सौबर के साथ की साझेदारी, 2026 फॉर्मूला वन रेसिंग में लेगी हिस्सा
ऑडी कंपनी ने 2026 फॉर्मूला वन सीजन में हिस्सा लेने के लिए स्विट्जरलैंड स्थित सौबर समूह के साथ साझेदारी कर ली है। सौबर मोटरस्पोर्ट वर्तमान में अल्फा रोमियो बैनर के तहत रेसिंग करता है, ऑडी के फॉर्मूला वन में आ जाने से सौबर समूह को फायदा होगा। इसके बाद टीम का नाम बदलकर ऑडी F1 टीम कर दिया जाएगा। इस साझेदारी के तहत ऑडी पावर यूनिट्स (PU) प्रदान करेगी और सौबर रेस कार का विकास और निर्माण करेगी।
इस ट्वीट से मिली है जानकारी
"एक साथ मिलकर हम मजबूत टीम बनाएंगे"
इस बारे में बात करते हुए फॉर्मूला वन कार्यक्रम के ऑडी AG बोर्ड के सदस्य ओलिवर हॉफमैन ने कहा, "हम अपने प्रसिद्ध फॉर्मूला वन प्रोजेक्ट के लिए इस तरह के एक अनुभवी और सक्षम भागीदार को पाकर खुश हैं।" उन्होंने आगे कहा, "पहले से ही हम सौबर समूह को अपनी अत्याधुनिक सुविधा, सहयोग और अनुभवी टीम के लिए जानते हैं और आश्वस्त हैं कि हम एक साथ एक मजबूत टीम बनाएंगे।"
भारतीय रेसर ने भी जीता है फॉर्मूला वन खिताब
आपको बता दें कि हाल में भारतीय ड्राइवर जेहान दारुवाला ने बहरीन स्थित शाकिर ग्रांड पिक्स में फॉर्मूला-2 रेस जीतकर इतिहास रच दिया। इसके साथ ही वह ऐसा कारनामा करने वाले पहले भारतीय भी बने गए हैं। वह रेयो रेसिंग के लिए ड्राइविंग करते हैं।
फॉर्मूला वन भी कर रही इलेक्ट्रिक सेगमेंट की ओर रुख
दुनिया की सबसे लोकप्रिय अंतरराष्ट्रीय ऑटो रेसिंग फॉर्मूला वन भी अब इलेक्ट्रिक सेगमेंट की ओर अपना रुख करने वाली है। F1 संचालक इंटरनेशनल ऑटोमोबाइल फेडरेशन (FIA) ने बताया कि 2026 तक एक नई, सस्ती और अधिक पर्यावरण के अनुकूल इलेक्ट्रिक यूनिट पेश हो जाएगी और तब फॉर्मूला वन इलेक्ट्रिक सेगमेंट पर अधिक ध्यान देगी। इस तरह FIA इलेक्ट्रिक वाहनों को अपना कर दुनिया को पर्यावरण के प्रति एक कड़ा संदेश भेजना चाहती है।
मौजूदा समय में ये कंपनियां होती हैं शामिल
वर्तमान समय में फॉर्मूला वन में केवल मर्सिडीज, फेरारी और रेनो की गाड़ियां शामिल होती हैं, जबकि इस साल के अंत में जापानी निर्माता होंडा के बाहर निकलने के बाद रेड बुल इसकी जगह लेगी। दूसरी तरफ ऑडी और पोर्शे जैसी गाड़ियों की निर्माता फॉक्सवैगन ने भी कथित तौर पर फॉर्मूला वन में प्रवेश करने पर चर्चा की है। हालांकि, यह निर्णय 2026 तक इलेक्ट्रिक गाड़ियों में स्विच करने के नियम पर निभर करेगा।