7-सीटर SUV अल्काजार का नया किफायती वेरिएंट लेकर आई हुंडई
बाजार में हर महीने लॉन्च होती नई कारों से बढ़ती प्रतिस्पर्धा के चलते हुंडई अपनी D-सेगमेंट SUV अल्काजार का नया वेरिएंट लेकर आई है। कंपनी ने इस कार को नया बेस वेरिएंट दिया है। जिसमें पिछले वेरिएंट की तुलना में कई फीचर्स की कटौती की गई है। दरअसल, हुंडई अल्काजार को कम कीमत में रखकर नए ग्राहकों को आकर्षित करना चाहती है। यहां हम आपको बताएंगे कि इस नए बेस वेरिएंट में किन-किन फीचर्स की कटौती हुई है।
हुडई अल्काजार में मिलते हैं ये वेरिएंट विकल्प
हुंडई ने अल्काजार के पिछले बेस वेरिएंट 'प्रेस्टीज' के नीचे एक नया 'प्रेस्टीज एग्जीक्यूटिव' वेरिएंट लॉन्च किया है। कंपनी इस कार के पहले से ही छह वेरिएंट्स (प्रेस्टीज, प्रेस्टीज (O), प्लेटिनम, प्लेटिनम (O), सिग्नेचर और सिग्नेचर (O)) की भारत में बिक्री कर रही है। प्रेस्टीज एग्जीक्यूटिव के भी चार विकल्प दिए गए है। ये छह और 7-सीटर के 1.5 लीटर डीजल मैन्युअल, 7-सीटर 1.5 लीटर डीजल ऑटोमेटिक और 7-सीटर 2 लीटर पेट्रोल मैन्युअल के विकल्प हैं।
इन फीचर्स की हुई कटौती
नए प्रेस्टीज एग्जीक्यूटिव के केबिन में कई बदलाव हुए हैं, जैसे 10.25 इंच की बड़ी टचस्क्रीन को घटाकर 8 इंच कर दिया गया है। यह वही स्क्रीन है जो आपको क्रेटा के मिड वेरिएंट्स में देखने को मिलती है। हालांकि, इसमें वायलेस एंड्रॉयड ऑटो और ऐपल कारप्ले अभी भी दिया गया है। इसमें पहले की तरह दो माइक की जगह अब सिर्फ ड्राइवर साइड ही माइक मिलेगा। इसमें केनेक्टेड कार जैसा फीचर भी नहीं दिया गया है।
हुंडई अल्काजार की कीमतें
नए वेरिएंट के पेट्रोल मैन्युअल की शुरूआती कीमत 15.89 लाख रुपये और डीजल मैन्युअल की 16.30 लाख रुपये रखी गई है। इसके अलावा डीजल ऑटोमेटिक की कीमत 17.77 लाख रुपये है। अल्काजार के टॉप वेरिएंट की कीमत 20.25 लाख रुपये है। हुंडई अल्काजार अपने सेगमेंट में MG हेक्टर, महिंद्रा XUV700, टाटा हैरियर, सफारी, जीप कम्पास जैसी SUVs को टक्कर देती है। वहीं, हुंडई 5-सीटर SUVs में टॉप वेरिएंट लेने वाले ग्राहकों को यह 7-सीटर कार आकर्षित करेगी।
सस्ते विकल्प की मुख्य वजह है सेमीकंडक्टर की कमी
हमने आपको बताया था कि हुंडई और किया डिलीवरी के समय रिमोट वाली केवल एक ही स्मार्ट चाबी दे रही हैं। ऐसा करने के पीछे कंपनियां सेमीकंडक्टर चिप्स की भारी कमी का हवाला देती हैं। दरअसल, वैश्विक बाजार में सेमीकंडक्टर चिप्स की कमी है। इससे कारों के डिलीवरी समय में भी इजाफा होता है, क्योंंकि हाई-टेक फीचर्स वाली कारों को सेमीकंडक्टर्स की अधिक जरूरत होती है। इसलिए हुंडई सीमित फीचर्स के साथ यह एक नया बेस वेरिएंट लेकर आई है।