A,B,C और D, जानिये इनमें से किस सेगमेंट में आती है आपकी कार
आप नई गाड़ी खरीदने से पहले उलझन में हैं तो गाड़ियों के सेगमेंट टाइप की पूरी जानकारी आपकी इस दुविधा को दूर कर देगी। गाड़ियों को उनके साइज यानी लंबाई-चौड़ाई के आधार पर अलग-अलग सेगमेंट में रखा जाता है। अगर आप कारों के शौकीन हैं तो हाल ही में महिंद्रा स्कॉर्पियो (Mahindra Scorpio) के टीजर में आपने एक शब्द जरूर सुना होगा 'D-सेगमेंट'। हम यहां बात इन्हीं A,B,C,D और SUV सेगमेंट्स के बारे में करेंगे।
ये हैं जाने-पहचाने सेगमेंट्स
आपने हैचबैक, सेडान, SUV और MPV जैसे कुछ सबसे सामान्य प्रकार के कार सेगमेंट्स के बारे में सुना होगा, लेकिन प्रत्येक प्रकार के वाहन के लिए अलग-अलग कैटेगरी है, जिनके बारे में हम विस्तार से बताएंगे।
मिनी हैचबैक
A-सेगमेंट की गाड़ियां शहरी रास्तों के लिये बनी होती हैं। यह लंबाई-चौड़ाई में छोटी और कम इंजन क्षमता वाली गाड़ियां हैं। इस सेगमेंट की गाड़ियां भी माइलेज अच्छा देती हैं। A-सेगमेंट को गाड़ियों के आधार पर A1 और A2 दो भागों में बांटा गया है। A1 में एंट्री लेवल मॉडल जैसे रेनो क्विड, मारुति ऑल्टो और डैटसन रेडी-गो, आदि आते हैं। A2 में कॉम्पैक्ट हैचबैक जैसे मारुति वैगनआर, सेलेरियो, हुंडई सैंट्रो और टाटा टियागो आदि हैं।
स्मॉल हैचबैक और प्रीमियम हैचबैक
इस सेगमेंट की गाड़ियां A-सेगमेंट की गाड़ियों से कुछ ऊंची और चौड़ी होती हैं। इस सेगमेंट में 1.0 से 1.2 लीटर तक का 4 सिलेंडर वाला इंजन होता है। B-सेगमेंट को भी A की तरह B1 (स्मॉल हैचबैक) और B2 (प्रीमियम हैचबैक) दो भागों में बांटा गया है। B1 में हुंडई ग्रैंड i10 Nios और मारुति स्विफ्ट जैसी गाड़ियां हैं। B2 में हुंडई i20, होंडा जैज, टाटा अल्ट्रोज और मारुति बलेनो आती हैं।
सब-कॉम्पैक्ट सेडान और स्मॉल सेडान
भारत में सेडान कार सेगमेंट C1 से शुरू होते हैं। इसके भी दो भाग C1 (सब-कॉम्पैक्ट सेडान) और C2 (स्मॉल सेडान) हैं। सब-कॉम्पैक्ट सेडान कारें B-सेगमेंट की हैचबैक जैसी ही होती हैं, लेकिन इनमें बूट स्पेस अधिक होता है। सब-कॉम्पैक्ट सेडान में हुंडई ऑरा, होंडा अमेज, टाटा टिगोर, मारुति सुजुकी डिजायर हैं। स्मॉल सेडान में हुंडई वरना, होंडा सिटी, टोयोटा यारिस, मारुति सुजुकी सियाज आदि हैं। C2 (स्मॉल सेडान) सेगमेंट की गाड़ियां लंबाई में 4 मीटर से अधिक होती है।
मिड साइज सेडान / फैमिली कारें
D-सेगमेंट कारें अमीर लोगों की पहली पंसद हैं। इस सेगमेंट में लग्जरी कारें हैं जो भरपूर स्पेस और आराम देती हैं। होंडा सिविक, BMW 3-सीरीज, स्कोडा ऑक्टेविया, हुंडई एलांट्रा आदि इस सेगमेंट के लिए तैयार की गई लग्जरी गाड़ियां हैं। ये कारें C-सेगमेंट की तुलना में अधिक पावर और टॉर्क पैदा करती हैं, लेकिन यह सेगमेंट पावर के लिये नहीं बल्कि आरामदायक प्रीमियम डिजाइन इंटीरियर और लग्जरी से भरपूर फीचर्स के लिये जाना जाता है।
मल्टीपर्पज व्हीकल्स (MPVs)
यह एक ऐसा सेगमेंट है जिसे कम बजट में आने वाली लंबी और 7 से 8 सीटर गाड़ियों के लिये बनाया गया है। ये गाड़ियां पावर में बड़ी सेडान या SUVs जैसे इंजन वाली नहीं होतीं, लेकिन स्पेस में उनको टक्कर देती हैं। MPVs कीमत के मामले में 10 लाख रुपये से कम में भी आती हैं और 30-35 लाख रुपये से ज्यादा में भी। मारुति अर्टिगा, XL6, किआ कैरेंस, टोयोटा इनोवा और किआ कार्निवल MPVs के कुछ उदाहरण हैं।
B, C और D में बांटा गया है SUV सेगमेंट
हाल के कुछ सालों में देश में SUV सेगमेंट सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला कार सेगमेंट रहा है। MPVs के विपरीत SUVs बड़ी और वास्तव में शक्तिशाली कारें होती हैं, जिन्हें किसी भी तरह के रास्ते पर ले जाया जा सकता है। SUVs को साइज के आधार पर मुख्य रूप 3 श्रेणियों B,C और D में बांटा गया है। SUVs का D सेगमेंट भी सेडान के D-सेगमेंट की तरह लग्जरी फीचर्स से भरपूर होता है।
B, C और D सेगमेट SUVs
भारत में सबसे बेसिक SUV सेगमेंट (SUV-B) में मारुति विटारा ब्रेजा, हुंडई वेन्यू और किआ सॉनेट, महिंद्रा XUV300 जैसी एंट्री-लेवल SUVs शामिल हैं। ये सब-4-मीटर गाड़ियां है, जो समान कीमत वाली सेडान या हैचबैक की तुलना में अधिक ऊंची होती हैं। C-सेगमेंट SUV में महिंद्रा स्कॉर्पियो, हुंडई क्रेटा, किआ सेल्टोस, MG एस्टर जैसे मॉडल हैं। D-सेगमेंट SUV में टाटा हैरियर, MG हेक्टर, महिंद्रा XUV700, जैसी गाड़ियां हैं। इस सेगमेंट में 4×4 तकनीक वाली SUVs भी शामिल हैं।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
महिंद्रा अपनी नई स्कॉर्पियो ला रही है, जिसका लॉन्च जून में किया जाएगा। स्कॉर्पियो को अभी तक C-सेगमेंट SUV में पेश किया जाता है, लेकिन खबर है कि नई स्कॉर्पियो D-सेगमेंट में उतारी जाएगी।