होंडा बंद करेगी अपनी डीजल गाड़ियों का उत्पादन, जानिए इसकी वजह
क्या है खबर?
कार कंपनियां धीरे-धीरे डीजल कारों का उत्पादन बंद करने लगी हैं। मारुति और फॉक्सवैगन पहले ही डीजल कारें बनाना बंद कार चुकी हैं।
अब जापान की दिग्गज वाहन निर्माता कंपनी होंडा भारतीय बाजार में अपनी डीजल से चलने वाली गाड़ियों को बंद करने की योजना बना रही है। होंडा कार्स इंडिया के अध्यक्ष ताकुया सुमुरा ने यह जानकारी दी है।
तो आइये जानते हैं इस बारे में क्या कुछ पता चला है।
वजह
क्या है डीजल गाड़ियों को बंद करने की वजह?
बता दें कि 2023 में भारत में रियल ड्राइविंग एमिशन (RDE) स्टैंडर्ड प्रभावी हो जाएंगे। इसके तहत कॉर्पोरेट ऐवरेज फ्यूल इकॉनमी (CAFE-2) मानक भी लागू हो जाएगा।
इस नियम के लागू होने के बाद केवल लैब में नहीं बल्कि सड़कों पर भी कंपनियों की गाड़ियों को इन स्टैंडर्ड पर खरा उतरना अनिवार्य होगा।
चूंकि डीजल से चलने वाली गाड़ियां अधिक प्रदूषण करती है इसलिए कई कंपनियां धीरे-धीरे इन्हे बंद करने में लगी हुई हैं।
बयान
कंपनी के अध्यक्ष ने दी ये जानकारी
सुमुरा का मानना है कि डीजल इंजन के साथ आगामी RDE मानदंडों का पालन करना कठिन होगा।
उन्होंने कहा कि यूरोप में भी अधिकांश कंपनियों ने डीजल इंजन का प्रयोग बंद कर दिया है और इस वजह से वहां डीजल गाड़ियों की बिक्री नहीं होती। यही वजह है कि होंडा भारत में भी डीजल गाड़ियों का उत्पादन बंद करने की योजना बना रही है।
वर्तमान में कंपनी की होंडा सिटी, WR-V और अमेज जैसी डीजल गाड़ियां भारत में उपलब्ध हैं।
जानकारी
कंपनियां कर रही है CAFE-2 लागू करने की तारीख को बढ़ाने की मांग
सरकार 1 अप्रैल 2023 को CAFE-2 स्टैंडर्ड को लागू करने वाली है। इसके तहत कोई भी गाड़ी को एक किलोमीटर की दूरी तय करने के दौरान 113 ग्राम से अधिक कार्बन डाइऑक्साइड नहीं छोड़ सकती। वर्तमान में यह 130 ग्राम तक मान्य है।
इस बारे में ऑटो कंपनियों ने सरकार से अनुरोध किया है कि लॉकडाउन के प्रभावों को देखते हुए CAFE-2 के नियमों को BS6-(II) मानकों को लागू करने की अवधि को अप्रैल 2024 तक बढ़ा दिया जाए।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
भारतीय बाजार में SUV सेगमेंट में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए होंडा मोटर कंपनी पूरी तरह से तैयार है।
रिपोर्ट्स की मानें तो कंपनी आने वाले कुछ महीनों में अपनी पहली SUV लॉन्च कर सकती है। भारतीय बाजार में यह कार हुंडई क्रेटा और मारुती सुजुकी ब्रेजा जैसी गाड़ियों को टक्कर देगी।
इससे पहले कंपनी भारत में अपने डीलरशिप को भी अपग्रेड करेगी। इसके लिए होंडा लगभग 260 करोड़ रुपये के निवेश योजना बना रही है।