महाराष्ट्र में अब AI से होगा ड्राइविंग टेस्ट, जानिए क्या होगा इसका फायदा
सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए महाराष्ट्र में मोटर वाहन परिवहन विभाग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित ड्राइविंग टेस्ट लागू करने की योजना बना रहा है। इससे ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने के लिए ड्राइविंग टेस्ट मूल्यांकन प्रक्रिया में मानवीय हस्तक्षेप कम से कम होगा। इससे आवेदकों की सुरक्षित ड्राइविंग क्षमताओं का वैज्ञानिक रूप से मूल्यांकन भी होगा। इस पारदर्शी प्रणाली से उचित प्रशिक्षण के साथ ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने के लिए प्रतीक्षा समय भी कम होगा।
स्वचालित ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक में ये होगा खास
रिपोर्ट के अनुसार, स्वचालित ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक लाइसेंस के लिए आवश्यक 24 मूल्यांकन बिंदुओं में से 7 का मूल्यांकन करेंगे। इसे दोपहिया, हल्के, मध्यम और भारी सहित विभिन्न प्रकार के वाहनों के लिए विशिष्ट चुनौतियों का समाधान करने के लिए डिजाइन किया गया है। ट्रैक में फिगर-8 पैटर्न, H-ट्रैक, जिग-जैग टर्न, ग्रेडिएंट ट्रायल, सिम्युलेटेड ट्रैफिक परिदृश्य, दोपहिया वाहनों के लिए सर्पेन्टाइन ट्रैक और जेबरा क्रॉसिंग टेस्ट शामिल होंगे। टेस्ट को पटरियों के किनारे लगे वीडियो कैमरों में कैद किया जाएगा।
इन शहरों में बनेंगे स्वचालित ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक
योजना के तहत मुंबई सहित 17 स्थानों पर स्वचालित ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक तैयार होंगे, जिन्हें AI सॉफ्टवेयर से जोड़ा जाएगा। मुंबई के अलावा, बडनेरा (अमरावती), बुलढाणा, नागपुर शहर, नागपुर ग्रामीण, नागपुर पूर्व, नांदेड़, अहमदनगर, आलंदी-पुणे, औरंगाबाद, हडपसर-पुणे, जलगांव, सासवड-पुणे, कोल्हापुर, नंदिवली ठाणे, पनवेल और पेन इस योजना में शामिल हैं। मुंबई में दोपहिया वाहनों के लिए 2 समर्पित टेस्ट ट्रैक और हल्के मोटर वाहनों के लिए एक अतिरिक्त ट्रैक बनाया जाएगा।