#NewsBytesExplainer: कितने प्रकार के होते हैं बाइक के चेसिस और ये कैसे बनते हैं?
क्या है खबर?
चेसिस किसी भी बाइक का एक बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा है, लेकिन इस पर कम ही ध्यान दिया जाता है। इसके बारे में न तो लोग ज्यादा जानते हैं और न ही इसकी परवाह करते हैं।
आपने अक्सर सुना होगा की अलग-अलग सेगमेंट की बाइक्स अलग-अलग चेसिस पर बनी होती हैं। इसलिए आज हम आपके लिए लेटेस्ट बाइक के चेसिस से जुड़ी जानकारी लाए हैं।
तो आइये विस्तार से जानते हैं कि बाइक के चेसिस कितने प्रकार के होते हैं।
चेसिस
किसे कहते हैं चेसिस?
चेसिस को किसी भी बाइक की नींव कहा जाता है, जो इसे नीचे से सहारा देती है।
इसे 'बाइक फ़्रेम' के नाम से भी जाना जाता है। चेसिस बाइक के भार को हर अवस्था में वहन करता है।
इन्हे स्टील से बनाया जा जाता है। वर्तमान में आने वाली अलग-अलग सेगमेंट की बाइक्स में कुल 5 तरीके की चेसिस का इस्तेमाल होता है।
कई एडवांस बाइक्स के चेसिस को मैग्निसियम या कार्बन फाइबर से भी बनाया जा रहा है।
#1
बैकबोन फ्रेम
बैकबोन फ्रेम का नाम इसके डिजाइन से मिलता है। यह फ्रेम बाइक की रीढ़ के रूप में कार्य करता है और महत्वपूर्ण पार्ट्स को एक साथ रखता है।
इसमें इंजन को फ्रेम पर सेट किया जाता है, जो रियर सस्पेंशन के लिए स्टीयरिंग हेड से जुड़ता है।
यहां इंजन चेसिस से लटका रहता है। यह बाइक चेसिस का सबसे किफायती प्रकार है और इसे बनाना भी काफी आसान है।
हीरो CD100 जैसी बाइक में इसका ही इस्तेमाल किया गया है।
#2
सिंगल क्रेडल फ्रेम
सिंगल क्रेडल फ्रेम को डायमंड फ्रेम के नाम से भी जाना जाता है। इसका इस्तेमाल बजट सेगमेंट की बाइक्स पर किया जाता है।
यहां फ्रेम, इंजन के लिए बेस के रूप में कार्य करता है, जिसमें स्टीयरिंग हेड को जोड़ने वाली दो ट्यूब होती हैं।
एक इंजन के ऊपर से चलती है, जबकि दूसरी (निचली ट्यूब) नीचे से गुजरती है।
TVS स्टार सिटी, होंडा शाइन और रॉयल एनफील्ड जैसी बाइक्स में ऐसे फ्रेम का इस्तेमाल किया गया है।
#3
डबल-क्रैडल फ्रेम
डबल-क्रैडल फ्रेम सिंगल क्रैडल फ्रेम का अपडेटेड वर्जन है। इसमें एक स्टील ट्यूब के बजाय इंजन के नीचे दो ट्यूबों का उपयोग किया जाता है।
यह फ्रेम मजबूत होता है और इसे बनाने में लागत भी अधिक आता है।
यह हार्ड ब्रेकिंग और झुकाव के दौरान बाइक को काफी अच्छी तरह से संभालता है।
बता दें कि बजाज पल्सर 220F और रॉयल एनफील्ड 650 जैसी बाइक्स में इनका इस्तेमाल होता है।
#4
पेरिमीटर फ्रेम
भारत में उपलब्ध कई बाइक्स में पेरिमीटर फ्रेम का इस्तेमाल होता है। इसे ट्विन-स्पर फ्रेम नाम से भी जाना जाता है।
इसमें दो बॉक्स सेक्शन ट्यूब होती हैं, जो एक छोर पर सस्पेंशन से जुड़ी होती हैं और दूसरे छोर पर स्विंगआर्म को कम से कम संभव दूरी पर रखते हैं।
यह एक हाई-परफॉरमेंस वाला चेसिस है, जो अधिक स्थिर और कठोर है। इसका इस्तेमाल बजाज डोमिनार, होंडा यूनिकॉर्न और CBR जैसी बाइक में होता है।
#5
ट्रेलिस फ्रेम
ट्रेलिस फ्रेम भी पेरिमीटर फ्रेम के समान ही है। हालांकि, इसमें एल्यूमीनियम या स्टील बीम के स्थान पर त्रिकोणीय रूप में एक वेल्डेड छोटे आकार के स्टील या एल्यूमीनियम ट्यूबों का उपयोग किया जाता है। यह हल्का और कठोर होता है।
इसके माध्यम से बाइक को अधिक संतुलन प्राप्त होता है और इसे बनाना भी आसान है।
स्टील ट्रेलिस फ्रेम का इस्तेमाल आमतौर पर KTM मोटरसाइकिल अपनी बाइक्स पर करती है।