#NewsBytesExplainer: फिल्मी जगत में क्या है क्रॉसओवर, स्पिन ऑफ, मूवी यूनिवर्स या रीबूट? समझिए परिभाषा
आजकल बॉलीवुड में सीक्वल, प्रीक्वल, स्पिन ऑफ और क्रॉसओवर जैसे शब्द ज्यादा सुनने को मिल रहे हैं। हालांकि, फिल्मों के सीक्वल बनने की परंपरा बहुत पुरानी है। जब भी कोई फिल्म हिट होती है, निर्माता-निर्देशक उसकी सफलता को दोबारा भुनाने के लिए सीक्वल का ऐलान कर देते हैं, लेकिन अब यह चलन बढ़ गया है। क्या आप जानते हैं किस आधार पर फिल्मों को सीक्वल, प्रीक्वल, मूवी यूनिवर्स, स्पिन ऑफ और क्रॉसओवर जैसे नाम दिए जाते हैं? आइए समझते हैं।
सीक्वल
शुरुआत सीक्वल से करते हैं। साधारण भाषा में इसका मतलब है कि किसी भी फिल्म का अगला भाग। इसमें फिल्म की कहानी की शुरुआत वहीं से होती है, जहां पिछली कहानी का अंत हुआ था। किरदार वही होते हैं। पहली फिल्म को एक ऐसे शानदार मोड़ पर खत्म किया जाता है कि दूसरे भाग के लिए दर्शक लालायित रहें। ज्यादातर सीक्वल इसलिए बनाए जाते हैं, क्योंकि एक तो इनमें जोखिम कम होता है और दूसरा इनके दर्शक पक्के होते हैं।
न्यूजबाइट्स प्लस
एक तरफ जहां 'हेरा फेरी' का तीसरा भाग 'हेरा फेरी 3' लाइन में है, वहीं 'देसी बॉयज 2', 'भूल भुलैया 3', 'सिंघम अगेन', 'टाइगर 3', 'आशिकी 3', 'ओह माय गॉड 2', 'गदर 2', 'फुकरे 3' और 'ड्रीम गर्ल 2' जैसे सीक्वल भी कतार में हैं।
तीन तरह के होते हैं सीक्वल
सीक्वल भी तीन प्रकार के होते हैं। एक होता है लीगेसी सीक्वल, जो मूल फिल्म से करीब 10 साल बाद बनता है और कई अरसों बाद उसके किरदारों को भी नए सिरे से लिखा जाता है। स्टैंडआलोन सीक्वल में कहानी मूल फिल्म पर आधारित होती है, लेकिन किरदार बदल जाते हैं, वहीं तीसरे प्रकार यानी स्पिरिचुअल सीक्वल में विषय तो मूल फिल्म का ही होता है, लेकिन न तो कहानी मूल फिल्म से जुड़ी होती है और ना ही किरदार।
प्रीक्वल
कुछ ही दिन पहले पैन इंडिया स्टार ऋषभ शेट्टी ने ऐलान किया था कि वह अपनी ब्लॉकबस्टर फिल्म 'कांतारा' का प्रीक्वल बनाने जा रहे हैं। इसमें किसी फिल्म या किरदार के पीछे की कहानी को और विस्तृत ढंग से दिखाया जाता है। कई बार सीक्वल बनाने के बाद निर्माता-निर्देशक को अहसास होता है कि अगर वह अपनी पहली फिल्म से भी पहले का किस्सा दर्शकों को दिखाएंगे तो वो उन्हें ज्यादा पसंद आएगा। इसे ही प्रीक्वल कहा जाता है।
रीमेक
रीमेक में किसी फिल्म को दोबारा से बनाया जाता है। पुरानी फिल्मों से प्रभावित होकर निर्माता-निर्देशक नए जमाने के कलाकारों के साथ वो फिल्म बनाते हैं। कहानी काफी हद तक पुरानी ही रहती है। बस उसे नए पीढ़ी के कलाकारों के हिसाब से तैयार किया जाता है, वहीं अगर किसी खास भाषा में बनी फिल्म सुपरहिट हो जाती है तो उसी लोकप्रियता को भुनाने और दूसरी भाषा के दर्शकों तक पहुंचाने के लिए उसका रीमेक बनाया जाता है।
स्पिन ऑफ
कई बार ऐसी फिल्में बनती हैं, जिन्हें बनाते समय निर्देशक को अहसास होता है कि उसका फलां किरदार बेहद अहम है। ऐसे में अगर वह उस किरदार पर अलग से एक फिल्म बनाता है तो उसी कैरेक्टर पर बनी अलग फिल्म को ही स्पिन ऑफ कहा जाता है। अक्षय कुमार की फिल्म 'बेबी' में तापसी पन्नू के किरदार शबाना खान पर अलग से फिल्म 'नाम शबाना' बनी थी। यह फिल्म 'बेबी' का स्पिन ऑफ ही थी।
रीबूट
फिल्म सुपरहिट होने पर निर्माता उसका सीक्वल बनाते हैं। वे उस कहानी को और आगे बढ़ाना चाहते हैं, लेकिन प्लॉट नहीं मिलता। इस स्थिति में निर्माता फिल्म के मुख्य किरदार को किसी नए कथानक में लाकर दोबारा एक नई कहानी की शुरुआत करता है और इसी को सीक्वल का रीबूट कहा जाता है। अगर आपने फिल्म 'राज 4' देखी होगी तो आपको याद होगा कि उसमें इमरान हाशमी ने एकदम नए कथानक वाली कहानी पेश की थी।
फ्रैंचाइजी
जब भी फिल्म सुपरहिट होती है और उसके दो से ज्यादा भाग यानी सीक्वल बन जाते हैं तो उसे फ्रैंचाइजी का नाम दिया जाता है। फ्रैंचाइजी को सीरीज भी कहा जाता है। किसी भी फ्रैंचाइजी में कम से तीन फिल्में होती ही हैं। 'कृष', 'हाउसफुल' और 'गोलमाल' इसी का उदाहरण हैं। फिल्मों के सभी प्रकार, सीक्वल, प्रीक्वल, रीबूट, स्पिन ऑफ, क्रॉसओवर और रीबूट आदि फ्रैंचाइजी के अंदर ही आते हैं और इन्हीं से कोई भी फिल्म फ्रैंचाइजी आगे बढ़ती है।
क्रॉसओवर
जब किसी फिल्म के किरदार इतने सुपरहिट हो जाएं कि उन पर अलग से फिल्में बनने लगे तो उसे क्रॉसओवर कहते हैं। इनमें दो अलग-अलग फिल्मों के किरदार किसी तीसरी फिल्म में साथ मिलते हैं। जैसे निर्देशक रोहित शेट्टी के कॉप यूनिवर्स की फिल्मों के पिछले सभी किरदार उनकी फिल्म 'सूर्यवंशी' में मिले। यशराज बैनर भी अगली स्पाई फिल्म बनाने वाला है, जिसमें 'टाइगर 3' की जोया (कैटरीना कैफ)और 'पठान' की रुबिना (दीपिका पादुकोण) के किरदार एक-दूसरे से मिलेंगे।
मूवी यूनिवर्स
मूवी यूनिवर्स में कई फिल्मों के किरदार एक फिल्म में जाकर मिलते हैं। बॉलीवुड में मूवी यूनिवर्स की शुरुआत करने वाले रोहित शेट्टी हैं, जिन्होंने अजय देवगन अभिनीत 'सिंघम' सीरीज से जुड़ी कहानी लेकर रणवीर सिंह के साथ अलग से फिल्म 'सिंबा' बनाई। इस फिल्म के अंत में उन्होंने 'सूर्यवंशी' का इशारा देने के लिए अक्षय की झलक दिखाई और फिर इसके बाद अलग से 'सूर्यवंशी' लेकर आए, जिसमें अजय, रणवीर और अक्षय ने मिलकर विलेन का बैंड बजाया।
आदित्य चोपड़ा का स्पाई यूनिवर्स
रोहित ने बॉलीवुड में कॉप यूनिवर्स की शुरुआत की है, वहीं आदित्य चोपड़ा स्पाई यूनिवर्स ला रहे हैं। इसकी पहली फिल्म 'एक था टाइगर' है। इसके बाद 'पठान' में सलमान खान ने बतौर टाइगर एंट्री ली। अब शाहरुख 'टाइगर 3' में बतौर पठान दस्तक देंगे। इसके बाद आदित्य फिल्म 'वॉर 2' लाएंगे। 'वॉर' में ऋतिक रोशन मुख्य भूमिका में थे। इसके दूसरे भाग में ऋतिक उर्फ कबीर के साथ 'पठान' और 'टाइगर' भी भारतीय खुफिया एजेंट के रूप में दिखेंगे।
एडैप्टेशन
यह नाम भी आपने फिल्मी दुनिया में खूब सुना होगा। जब भी बड़े और चर्चित लेखकों की किताब या उपन्यास से प्रेरित कोई फिल्म बनती है तो उसे एडैप्टेशन कहा जाता है। अब सुपरहिट किताबों की कहानियों पर फिल्में बनने का चलन जोर पकड़ रहा है। उदाहरण के तौर पर समझें तो '3 इडियट्स' चेतन भगत के लोकप्रिय उपन्यास 'फाइव पॉइंट समवन' पर आधारित थी। ऐसे ही 'परिणीता' शरत चंद्र चट्टोपाध्याय के इसी नाम से आए उपन्यास से प्रेरित थी।
ट्रिलॉजी
अगर किसी निर्माता को पहले से ही अपनी फिल्म या सीरीज पर विश्वास हो और वो फिल्म की रिलीज से पहले ही घोषणा कर दे कि वह तीन फिल्मों की सीरीज बनाएंगे, तो उसे ट्रिलॉजी कहते हैं। करण जौहर फिल्म 'ब्रह्मास्त्र' की ट्रिलॉजी बना रहे हैं, वहीं निर्देशक विवेक अग्निहोत्री अपनी फिल्म 'द ताशकंद फाइल्स' की ट्रिलॉजी के तहत दूसरी फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' बना चुके हैं और अब इस ट्रिलॉजी की अगली फिल्म 'द दिल्ली फाइल्स' बन रही है।