कारों के स्टॉक को लेकर डीलर्स-कंपनियों के बीच विरोधाभास, दोनों के अलग-अलग दावे
देश में कमजोर पड़ती मांग के चलते कार निर्माताओं और डीलर्स के बीच गाड़ियों के स्टॉक (इन्वेंट्री स्तर) को लेकर विरोधाभास की स्थिति पैदा हो गई है। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) का कहना है कि उनके सदस्यों के पास 2 महीने से अधिक की बिक्री के बराबर करीब 7.3 लाख गाड़ियों का स्टॉक है। दूसरी तरफ कार निर्माताओं का तर्क है कि यह स्टॉक लगभग आधा 4-4.1 लाख के बीच है।
FADA ने SIAM से की शिकायत
बढ़ते स्टॉक के कारण डीलर्स की चिंता बढ़ती जा रही है। इसे देखते हुए FADA कार निर्माताओं के संगठन सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) को 2 बार पत्र लिख चुकी है। इसमें उन्होंने डीलर्स पर डंप किए जा रहे स्टॉक को लेकर विरोध जताया है। हालांकि, इसको लेकर SIAM के अध्यक्ष विनोद अग्रवाल ने कहा कि इस समस्या के लिए डीलर्स को कंपनियों से सीधे संवाद करना चाहिए। FADA भी उनकी बजाय कंपनियों के CEO को पत्र लिखे।
डीलर्स की चिंता पर कंपनियों का जवाब
डीलर्स के समूह FADA ने कहा कि वाहन निर्माताओं को कमजोर मांग के अनुरूप डिस्पैच में कटौती करने की जरूरत है। जुलाई के पहले सप्ताह में भेजे गए एक पत्र में व्यक्त की गई बढ़ती इन्वेंट्री पर चिंताओं के बावजूद जून में 60 दिनों से बढ़कर जुलाई में 70 दिनों तक पहुंच गया है। दूसरी ओर, वाहन निर्माताओं ने कहा कि डीलर इन्वेंट्री संबंधी चिंताओं को बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रहे हैं। उनके पास लगभग 1 महीने का स्टॉक है।