अमेरिकी सैनिक इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे टिक-टॉक ऐप, जानें क्यों लगी पाबंदी
अमेरिकी सैनिक अब वीडियो शेयरिंग ऐप टिक-टॉक का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। दरअसल, अमेरिका ने सुरक्षा चिंताओं के कारण यह कदम उठाया है। इससे पहले पिछले महीने की शुरुआत में अमेरिकी नौसेना ने सरकार की तरफ से दिए गए मोबाइल डिवाइस पर भी टिक-टॉक ऐप इस्तेमाल करने पर रोक लगा दी थी। तब भी सुरक्षा कारणों का हवाला दिया गया था। इससे पहले सेना युवाओं को सेना में भर्ती के लिए प्रेरित करने के लिए टिक-टॉक का इस्तेमाल करती थी।
सेना के मोबाइल नहीं इस्तेमाल कर पाएंगे टिक-टॉक
रिपोर्ट में कहा गया है कि सुरक्षा विभाग ने टिक-टॉक से जुड़ी सुरक्षा चिंताओं को लेकर आगाह किया था। विभाग की तरफ से भेजे गए मैसेज में सैनिकों को कहा गया था कि वो जिन ऐप्स को डाउनलोड करते हैं, उन्हें लेकर सावधान रहने की जरूरत है। इसी मैसेज में सैनिकों को तुरंत सेना की तरफ से दिए गए मोबाइल से टिक-टॉक को डिलीट करने को कहा गया था ताकि उनकी निजी जानकारी लीक होने से बचाया जा सके।
बाइटडांस के खिलाफ अमेरिका में जारी है जांच
पिछले साल नवंबर में अमेरिकी सरकार ने बीजिंग स्थित टिक-टॉक की मालिक कंपनी बाइटडांस के खिलाफ म्यूजिकली ऐप के अधिग्रहण की जांच शुरू की थी। बाइटडांस ने सोशल मीडिया ऐप म्यूजिकली का एक बिलियन डॉलर में अधिग्रहण किया था। चीन और अमेरिकी के बीच बढ़ते व्यापारिक तनाव के बीच अमेरिकी युवाओं में टिक-टॉक की बढ़ती लोकप्रियता के बाद अमेरिकी नेताओं ने इस पर चिंता व्यक्त की थी। अक्टूबर में दो सासंदों ने इसकी जांच शुरू करने की मांग की थी।
और क्यों चर्चा में रही टिक-टॉक
एक सांसद का कहना था कि टिक-टॉक ऐप के जरिए चीन अमेरिकी लोगों की निजी जानकारियां चुरा सकता है और यह राष्ट्र सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा होगा। इसके बाद टिक-टॉक और ज्यादा चर्चा में आ गई।
टिक-टॉक की इस पर क्या प्रतिक्रिया थी?
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए टिक-टॉक ने कहा था कि वो अमेरिकी यूजर्स का डाटा अमेरिका में ही स्टोर करती है। कंपनी ने कहा कि उसके सर्वर चीन से बाहर है। कंपनी की अमेरिका में जनरल मैनेजर वनेसा पप्पास ने कहा था कि टिक-टॉक अपने यूजर्स की निजता और सुरक्षा का पूरा ध्यान रखती है और अमेरिकी नियमों के मुताबिक ही इस पर कंटेट दिखाया जाता है। नियमों का उल्लंघन करने वाली पोस्ट को तुरंत हटा दिया जाता है।
भारत में भी बैन हुई थी टिक-टॉक ऐप
आपको बता दें कि टिक-टॉक को अमेरिका के अलावा पिछले साल कुछ समय के लिए भारत में भी बैन किया गया था। मद्रास हाई कोर्ट ने अश्लील कंटेट को लेकर ऐप पर रोक लगाई थी। यह मामला सुुप्रीम कोर्ट में भी पहुंचा था। बाद में मद्रास हाई कोर्ट ने बैन हटा दिया था। इसके अलावा टिक-टॉक वीडियो शूट करते समय होने वाले हादसे भी अकसर चर्चा में रहते हैं। कई लोग ऐसे वीडियो शूट करते समय जान गंवा चुके हैं।