WHO ने दिया सुझाव, लॉकडाउन हटाने से पहले ये छह बातें सुनिश्चित करें देश
क्या है खबर?
दुनियाभर में कोरोना वायरस का प्रकोप जारी है और फिलहाल किसी भी देश के पास लॉकडाउन के अलावा इसे रोकने का कोई और रास्ता नहीं है। दुनिया के लगभग 82 देशों में किसी न किसी तरह का लॉकडाउन जारी है।
इस बीच कोरोना के मामले कम होने पर कुछ देशों ने लॉकडाउन में ढील देना शुरू कर दिया है जिसके बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने छह परिस्थितियां बताई हैं जिनका लॉकडाउन हटाने से पहले पूरा किया जाना जरूरी है।
#1
वायरस के प्रसार पर नियंत्रण सुनिश्चित करना जरूरी
WHO के अनुसार, अगर कोई भी देश लॉकडाउन में ढील देना चाहता है तो उसे सबसे पहले ये सुनिश्चित करना चाहिए कि कोरोना वायरस का प्रसार नियंत्रण में है।
कोरोना के सारे मामले किसी ज्ञात स्त्रोत से होने चाहिए और छिटपुट मामलों और कुछ क्लस्टर मामलों के अलावा कहीं से बड़ी संख्या में मामले सामने नहीं आने चाहिए।
इसके अलावा नए मामलों की संख्या भी नियंत्रण करने लायक स्तर पर होनी चाहिए।
#2
सभी मामलों पर ध्यान देने के काबिल होनी चाहिए स्वास्थ्य व्यवस्था
अगर किसी देश को लॉकडाउन से बाहर निकलना है तो उसे ये सुनिश्चित करना चाहिए कि देश की स्वास्थ्य व्यवस्था के पास हर मामले की पहचान, टेस्ट, आइसोलेशन और इलाज करने की क्षमता है। इसके अलावा स्वास्थ्य व्यवस्था संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने वाले हर व्यक्ति को क्वारंटाइन करने के काबिल भी होनी चाहिए।
WHO के अनुसार, सभी मामलों की बजाय अगर कोई देश केवल गंभीर मामलों पर ध्यान दे पा रहा है तो उसे लॉकडाउन नहीं हटाना चाहिए।
#3
जोखिम भरे इलाकों में वायरस के खतरे को न्यूनतम करना जरूरी
WHO ने ये भी कहा है कि लॉकडाउन को खत्म करने से पहले अस्पताल, मेट्रो और नर्सिंग होम जैसे सबसे अधिक जोखिम वाले हॉटस्पॉट में कोरोना वायरस के खतरे को न्यूनतम किया जाना चाहिए।
इसके लिए जरूरी है कि वायरस के सभी प्रमुख चालकों की पहचान हो चुकी हो और नए मामले रोकने के लिए पर्याप्त प्रावधान अमल में हों।
बता दें कि इन इलाकों में वायरस के बचे रह जाने की संभावना सबसे अधिक होती है।
#4
स्कूलों और कार्यस्थलों पर निवारक प्रावधान अमल में होना जरूरी
लॉकडाउन में राहत के बाद अपने काम पर वापस लौटने वाले लोगों की सुरक्षा के लिए स्कूलों, कार्यस्थलों और अन्य जरूरी स्थानों पर उचित निवारक प्रावधान होना जरूरी है।
WHO के अनुसार, इन प्रावधानों में शारीरिक दूरी के नियम, हाथ धोना, श्वसन शिष्टाचार और तापमान की मॉनिटरिंग आदि शामिल हैं। इनके अलावा किसी संक्रमित व्यक्ति से संक्रमण लगने से रोकने के लिए अन्य जो चीजें जरूरी हैं वे भी अमल में होनी चाहिए।
#5
बाहर से आने वाले मामलों पर नियंत्रण जरूरी
लॉकडाउन हटाने जा रहे देशों के लिए ये सुनिश्चित करना भी जरूरी है कि बाहर से आने वाले कोरोना वायरस के मामलों की संख्या नियंत्रण में हो।
देश के अंदर सब कुछ काबू में होने के बावजूद बाहर से मामले आने की संभावना हमेशा बनी रहती है और इसलिए WHO ने कहा है कि पाबंदियां हटाने से पहले बाहर से आने वाले मामलों को नियंत्रण कर सकने की क्षमता विकसित करना जरूरी है।
#6
नई दुनिया और नियमों में रहने के लिए तैयार होने चाहिए नागरिक
लॉकडाउन हटाने से पहले किसी भी देश को जो आखिरी चीज सुनिश्चित करनी है, वह है अपने नागरिकों को वायरस के बारे में जागरूक करना।
WHO के अनुसार, बच्चों से लेकर वयस्क और बूढ़ों तक सभी दुनिया की नई स्थिति से पूरी तरह अवगत और शिक्षित होने चाहिए। उन्हें यह समझना चाहिए कि कोई भी नया मामला सामने नहीं आए ये सुनिश्चित करने में हर व्यक्ति का अहम योगदान है और व्यवहार संबंधी रोकथाम नियमों का पालन जरूरी है।
जानकारी
पूरी दुनिया में क्या है कोरोना वायरस की स्थिति?
पूरी दुनिया में कोरोना वायरस से संक्रमण के 20.81 लाख मामले सामने आ चुके हैं और लगभग 1.38 लाख लोगों को इसके कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। अमेरिका में सबसे अधिक 6.44 लाख मामले सामने आए हैं और 28,579 लोगों की मौत हुई है।