कोरोना वायरस: पाकिस्तान में हिंदू और ईसाइयों से हो रहे भेदभाव पर USCIRF ने जताई नाराजगी
कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को चपेट में ले रखा है। सभी सरकारें इससे बचने के लिए आवश्यक कदम उठा रही है और लॉकडाउन के दौरान गरीब तबके के लोगों के लिए खाद्य सामग्री सहित अन्य सहायता मुहैया कर रही है। इन सबके बीच पाकिस्तान में वितरित की जा रही खाद्य सामग्री में अल्पसंख्यकों में शामिल हिंदू, सिख और ईसाइयों से भेदभाव किया जा रहा है। इसको लेकर अमेरिका के अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता आयोग (USCIRF) ने नाराजगी जताई है।
USCIRF कमिश्नर अनुरीमा भार्गव ने की पाकिस्तान के बर्ताव की निंदा
USCIRF कमिश्नर अनुरीमा भार्गव ने कहा कि पाकिस्तान की यह हरकत निंदनीय हैं। कोरोना महामारी के बीच पाकिस्तान में लोग अपने परिवारों को सुरक्षित और स्वस्थ रखने के लिए भूख से लड़ रहे हैं। ऐसे में धर्म और संख्या के आधार पर किसी को भी खाद्य सहायता देने से इनकार नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि आयोग पाकिस्तानी सरकार से हिंदुओं, ईसाइयों और सिखों सहित अन्य अल्पसंख्यकों को बराबरी का हक देने की अपील करता है।
USCIRF ने किया कराची की घटना का उल्लेख
USCIRF कमिश्नर ने कहा कि पाकिस्तान में हिंदू, ईसाई और सिख अल्पसंख्यकों में आते हैं। वहां से आए दिन उनसे भेदभाव करने और मानवाधिकारों का हनन करने की सूचनाएं मिलती रहती है। गत दिनों कराची से भी रिपोर्ट आई थीं कि लॉकडाउन के दौरान सयानी वेलफेयर इंटरनेशनल ट्रस्ट बेघर और श्रमिकों को खाद्य सहायता मुहैया करा रहा है, लेकिन उन्होंने हिंदू, सिख और ईसाइयों को सहायता देने से इनकार कर दिया था।
सिंध प्रांत में भी किया गया था भेदभाव
बता दें कि इससे पहले गत एक अप्रैल को सिंध प्रांत में भी ऐसा ही मामला सामने आया था। वहां प्रशासन की ओर से राशन वितरित किया जाता है, लेकिन हिंदुओं, सिख और ईसाइयों को धार्मिक भेदभाव करते हुए राशन वितरित नहीं किया गया था।
USCIRF ने पाकिस्तान को दी कड़ी चेतावनी
USCIRF के आयुक्त ने कहा कि पाकिस्तान की सरकार को धार्मिक आधार पर अल्पसंख्यकों से भेदभाव नहीं करना चाहिए। आफत की इस घड़ी उसे सभी की मदद कर यह सिद्ध करना चाहिए। ऐसे नहीं करने वह पाकिस्तान को धार्मिक भेदभाव और सांप्रदायिक संघर्षों वाले राष्ट्र में शामिल कर देंगे। बता दें कि USCIRF ने अपनी 2019 की वार्षिक रिपोर्ट में कहा था कि पाकिस्तान में हिंदुओं, सिखों और ईसाइयों को अपनी सुरक्षा के लिए बड़ी परेशानियां झेलनी पड़ती है।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने दिया था सहायता करने का बयान
USCIRF के आयुक्त जॉनी मूर ने बताया कि हाल ही में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा था कि वह कोरोना महामारी के बीच लोगों को भूख से नहीं मरने देंगे। इसके बाद भी वहां हिंदुओं से भेदभाव किया जाना निंदनीय है।
दुनिया और पाकिस्तान में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
बता दें कि वर्तमान में पूरी दुनिया में 19.25 लाख लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। इसके अलावा करीब एक लाख 19 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। पूरी दुनिया में अब तक 4.47 लाख ही इस बीमारी को मात दे सके हैं। इसी तरह पाकिस्तान में कोरोना संक्रमितों की संख्या 5,707 पहुंच गई है। इसके अलावा यहां अब तक 96 लोगों की मौत भी हो चुकी है। इनमें तीन मौत मंगलवार को ही हुई है।