कौन हैं फॉक्सकॉन के संस्थापक टेरी गौ, जिन्होंने की ताइवान का राष्ट्रपति चुनाव लड़ने की घोषणा?
क्या है खबर?
फॉक्सकॉन टेक्नोलॉजी समूह के संस्थापक टेरी गौ ने ताइवान का राष्ट्रपति चुनाव लड़ने की घोषणा की है। गौ अगले साल होने वाले चुनाव में स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में उतरेंगे।
गौ को स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने की मान्यता प्राप्त करने के लिए 2 नवंबर तक 2.9 लाख हस्ताक्षर एकत्र करने की आवश्यकता होगी।
गौरतलब है कि टेरी गौ ने पहले भी चुनाव में अपनी दावेदारी पेश की थी। आइए उनके बारे में जानते हैं।
परिचय
संघर्ष में बीता था गौ का शुरुआती जीवन
अरबपति व्यवसायी और राजनेता टैरी गौ दुनिया में इलेक्ट्रॉनिक्स के सबसे बड़े निर्माता फॉक्सकॉन के संस्थापक, पूर्व अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) हैं।
उनका जन्म 18 अक्टूबर, 1950 को ताइपे काउंटी में हुआ था। गौ ने अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद काफी संघर्ष करते हुए रबर फैक्ट्री और दवाई की फैक्ट्री में भी काम किया था।
उन्होंने वर्ष 1973 तक ताइवान की वायुसेना में भी कुछ वर्षों तक अपनी सेवाएं दी थीं।
कंपनी
गौ ने 1974 में की थी फॉक्सकॉन की स्थापना
गौ ने वर्ष 1974 में मात्र 10 कर्मचारियों के साथ होन हाई प्रिसिजन इंडस्ट्री के रूप में फॉक्सकॉन की स्थापना की थी।
कंपनी ने ताइपे के उपनगर तुचेंग में एक किराये के शेड में टेलीविजन सेट के लिए प्लास्टिक के हिस्से बनाना शुरू किया था और उसे 1980 में पहली बार कंसोल जॉयस्टिक बनाने का बड़ा ऑर्डर मिला था।
इसके बाद गौ ने अपने व्यापार का विस्तार करते हुए चीन के शेन्जेन में एक प्लांट की स्थापना की थी।
चुनाव
गौ ने 2020 में भी पेश की थी दावेदारी
गौ ने 2016 में पहली बार अपनी राजनीतिक महत्वाकाक्षाओं को खुलकर जाहिर किया था। वे 2020 का राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के लिए फॉक्सकॉन से अपना इस्तीफा देकर कुओमितांग पार्टी में शामिल हो गए थे।
उन्होंने कहा था कि उन्हें सपने में समुद्री देवी माजू ने चुनाव लड़ने का निर्देश दिया था। हालांकि, गौ 2019 में कुओमितांग के प्राथमिक चुनाव में दूसरे स्थान पर रहे थे और उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।
निति
चीन और ताइवान के एकीकरण के पक्षधर हैं गौ
गौ को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का करीबी माना जाता है और वह कई बार ताइवान और चीन के बीच 'एक चीन की धारणा' के तहत सीधी बातचीत फिर से शुरू करने का आह्वान कर चुके हैं।
वह समय-समय पर चीन और अमेरिका के बीच जारी तनाव को कम करने पर भी जोर दे चुके हैं।
व्यावसायिक पृष्ठभूमि छोड़कर राजनीति में कदम रखने वाले गौ की तुलना अक्सर पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ की जाती है।