ऋषि सुनक मुश्किलों में; सांसद ने दिया इस्तीफा, भारत के साथ FTA को लेकर भी परेशानी
क्या है खबर?
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। उनकी कंजर्वेटिव पार्टी की एक वरिष्ठ सांसद नादीन डोरिस ने संसद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपने इस्तीफे में सुनक पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
इसके अलावा भारत के साथ प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (FTA) को लेकर भी सुनक मुश्किलों में हैं। इस संबंध में सुनक पर पारदर्शिता से जुड़े आरोप लग रहे हैं। सुनक से इस मामले में कुछ सवाल-जवाब भी किए जा सकते हैं।
डोरिस
क्या है डोरिस के इस्तीफे का मामला?
बता दें कि डोरिस पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रह चुकी हैं और 2021 में उन्होंने संस्कृति सचिव का पद ग्रहण किया था। उन्होंने जून में कहा था कि वे अपना पद छोड़ देंगी।
इसके बाद शनिवार देर रात को उन्होंने सुनक को इस्तीफा सौंप दिया, जिसमें उन्होंने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। डोरिस को जॉनसन का करीबी माना जाता है, इसलिए भी उनके इस्तीफे को लेकर काफी राजनीतिक हलचल है।
आरोप
डोरिस ने सुनक पर क्या आरोप लगाए?
इस्तीफे में डोरिस ने लिखा, "जब से सुनक ने पदभार संभाला है, देश एक 'जोंबी संसद' द्वारा चलाया जा रहा है, जहां कुछ भी सार्थक नहीं हुआ है। आपने वास्तव में किया ही क्या है? आप एक भी वोट के बिना, यहां तक कि अपने स्वयं के सांसदों के बिना भी, अनिर्वाचित प्रधानमंत्री पद पर हैं। आपके पास कोई जनादेश नहीं है और सरकार भटक रही है। आपने राष्ट्र की सद्भावना को बर्बाद कर दिया है।"
इस्तीफा
डोरिस ने अपने इस्तीफे में और क्या-क्या कहा?
डोरिस ने लंबे-चौड़े इस्तीफे में सुनक पर कई और गंभीर आरोप लगाए हैं।
उन्होंने कहा, "आपने निगम टैक्स को 25 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है। इस वजह से सकल घरेलू उत्पाद की तुलना में हमारा टैक्स दूसरे विश्व युद्ध के बाद पहली बार 75 प्रतिशत के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। आप अवैध आप्रवासन को कम करने या ब्रेक्जिट का फायदा उठाने में पूरी तरह से विफल रहे हैं।"
FTA
भारत के साथ FTA वाला मामला क्या है?
दरअसल, भारत और ब्रिटेन के बीच FTA को लेकर बातचीत चल रही है। अगर ये समझौता होता है तो इसका फायदा भारतीय कंपनी इंफोसिस को भी होगा।
इंफोसिस में सुनक की पत्नी अक्षता मूर्ति की करीब 50 करोड़ पाउंड की हिस्सेदारी है। ऐसे में विपक्षी लेबर पार्टी पारदर्शिता और निजी हितों को लेकर इस समझौते पर सवाल उठा रही है। लेबर पार्टी ने अक्षता से जुड़े वित्तीय हितों का खुलासा करने की मांग की है।
सुनक
प्रधानमंत्री बनने के बाद से ही परेशानियों में हैं सुनक
बता दें कि पिछले साल अक्टूबर में सुनक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बने थे। उसके बाद से ही वे लगातार विवादों और परेशानियों में रहे हैं। जुलाई में हुए उपचुनाव में भी सुनक की पार्टी को 2 अहम सीटों पर हार झेलनी पड़ी थी।
अप्रैल में ब्रिटेन के उपप्रधानमंत्री डॉमिनिक राब ने इस्तीफा दे दिया था। अब तक सुनक की कैबिनेट के 4 अहम लोग इस्तीफा दे चुके हैं। प्रधानमंत्री बनने के बाद सुनक की लोकप्रियता भी कम हुई है।