
प्रधानमंत्री मोदी ने पारंपरिक परिधान में किए तमिलनाडु के प्रतिष्ठित चोलापुरम मंदिर के दर्शन
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को तमिलनाडु के अरियालुर जिले में स्थित प्रतिष्ठित गंगईकोंडा चोलपुरम मंदिर पहुंचकर चोल वंश की विरासत को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने यह यात्रा राजेंद्र चोल प्रथम की जयंती के अवसर पर की। राजेंद्र चोल प्रथम चोल साम्राज्य के महानतम शासकों में से एक थे और दक्षिण-पूर्व एशिया तक अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए जाने जाते थे। उनके द्वारा निर्मित 11वीं शताब्दी का यह शिव मंदिर राजवंश की स्थापत्य कला और सैन्य कौशल का उदाहरण है।
पूजा-अर्चना
प्रधानमंत्री मोदी ने पारंपरिक परिधान में की पूजा-अर्चना
प्रधानमंत्री मोदी ने मंदिर में पूजा-अर्चना की और परिसर का भ्रमण किया, जिसे महान जीवित चोल मंदिरों के एक भाग के रूप में यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल माना जाता है। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने पारंपरिक तमिल परिधान (वेष्टि और अंगवस्त्रम) पहनकर मंदिर में अनुष्ठानों में भाग लिया, प्रार्थना की और पारंपरिक अनुष्ठान किए। उसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने 23 जुलाई से शुरू हुए आदि तिरुवथिरई महोत्सव के समापन समारोह में भाग लिया।
ट्विटर पोस्ट
यहां देखें वीडियो
अरियालुर, तमिलनाडु: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गंगईकोंडा चोलपुरम मंदिर में पूजा-अर्चना की और प्रसिद्ध चोल सम्राट राजेंद्र चोल प्रथम की जयंती पर आयोजित आदि तिरुवथिरई महोत्सव में भाग लिया। pic.twitter.com/PlWsaXqbIc
— IANS Hindi (@IANSKhabar) July 27, 2025
मायने
क्या प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा के मायने?
प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा को तमिलनाडु में भाजपा की व्यापक सांस्कृतिक पहुच के एक हिस्से के रूप में देखा जा रहा है, जहां पार्टी अपनी राजनीतिक पहुंच बढ़ाने की कोशिश कर रही है। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी अपने कई भाषणों में तमिल साहित्य और लोककथाओं में अक्सर वर्णित चोल सम्राट का जिक्र भी कर चुके हैं। प्रधानमंत्री मोदी के साथ राज्यपाल आरएन रवि, वित्त मंत्री थंगम थेनारासु और केंद्रीय मंत्री एल मुरुगन आदि भी मौजूद रहे।
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यहां सुने प्रधानमंत्री मोदी का भाषण
Honoured to be at Gangaikonda Cholapuram Temple for the Aadi Thiruvathirai Festival. https://t.co/r2huJD0dUm
— Narendra Modi (@narendramodi) July 27, 2025