
पाकिस्तान: बलूचिस्तान में 40 बंदूकधारी आतंकियों ने 7 पंजाबियों को बस से उतारकर गोलियों से भूना
क्या है खबर?
पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में आतंकी घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही है। मंगलवार को 40 बंदूकधारी आतंकियों ने 7 पंजाबियों को गोलियों से भून दिया।
वारदात को बलूचिस्तान के निकट एक राजमार्ग पर अंजाम दिया गया। मौके पर हथियारबंद आतंकी कई बसों और वाहनों को रोककर यात्रियों के राष्ट्रीय पहचान पत्रों की जांच कर रहे थे।
अभी तक हमले की जिम्मेदारी किसी आतंकी समूह ने नहीं ली है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
गोलीबारी
लाइन में खड़ा कर मारी गोली
अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसियों के मुताबिक, बलूचिस्तान से होकर जाने वाले एक राजमार्ग पर खड़े आतंकियों ने मंगलवार को एक बस के टायर को पंक्चर कर दिया।
इसके बाद बस में सवार सभी यात्रियों के पहचान पत्र मांगे गए और पंजाब प्रांत के यात्रियों को बस से जबरन नीचे उतार दिया।
इसके बाद आतंकियों ने उन्हें एक लाइन में खड़ा करके गोली मार दी। सभी 7 पीड़ित मध्य पंजाब प्रांत के थे। घटना से प्रांत में दहशत फैल गई है।
शक
वारदात का शक आतंकी संगठन TTP पर
बलूचिस्तान में आतंकी हमलों के लिए तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) को जिम्मेदार माना जा रहा है। संगठन पहले भी कई वारदात को अंजाम दे चुका है।
14 फरवरी बलूचिस्तान के हरनई क्षेत्र में एक आतंकवादी हमले में लगभग 8 से 10 लोग मारे गए थे। आतंकवादियों ने श्रमिकों को ले जा रहे एक वाहन को IED से उड़ाया था।
इसी तरह खैबर पख्तूनख्वा में भी अपहरण और सामूहिक हमलों के जरिए पुलिस और विदेशियों को निशाना बनाया जा रहा है।
आतंक
बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा TTP का गढ़
प्रतिबंधित संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) की स्थापना 2007 में हुई है। संगठन अल-कायदा का करीबी है।
2021 में अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा होने के बाद पाकिस्तान सरकार के साथ TTP का संघर्ष विराम समाप्त हो गया, जिसके बाद TTP के पाकिस्तान में आतंकी हमले बढ़ गए।
बलूचिस्तान पाकिस्तान का एक खनिज-समृद्ध प्रांत है जो सांप्रदायिक, जातीय और अलगाववादी हिंसा से जूझ रहा है। यह क्षेत्र अफ़गानिस्तान-ईरान सीमा के करीब है।
बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा TTP का गढ़ है।