नेपाल में बारिश और बाढ़ से भारी तबाही, अब तक 241 की मौत
नेपाल में बारिश और बाढ़ की वजह से काफी नुकसान हुआ है। सैंकड़ों घर और गांव तबाह हो गए। अब तक 241 लोगों की मौत की पुष्टि नेपाल सरकार ने की है। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने एक बयान में बताया कि अब तक 4,331 से अधिक लोगों को बाढ़ से बचाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। उन्होंने बताया कि बचाव और राहत अभियान जारी है। सरकार ने बचाव अभियान चलाने में देरी की बात कबूली है।
1,700 करोड़ रुपये का हुआ नुकसान
नेपाल में आई विनाशकारी बाढ़ से 1,700 करोड़ रुपये के नुकसान का आकलन किया गया है। अभी 29 लोग लापता बताए जा रहे हैं और 126 लोगों का घायल अवस्था में अस्पताल में इलाज चल रहा है। सरकारी बयान में बताया गया कि पिछले 2 दिन में नेपाली सेना के हेलीकॉप्टर ने ट्रैकिंग करने गए 900 लोगों को भी बचाया है, जिनमें 200 से अधिक विदेशी शामिल है। सेना के अलावा निजी हेलीकॉप्टर लोगों को बचाने में लगी हुई है।
26 अगस्त से शुरू हुई तबाही
नेपाल के ऊपरी इलाकों में 26 अगस्त को बारिश शुरू हुई, जो 3 दिन जारी रही। 28 अगस्त को लगातार 48 घंटे हुई बारिश से नदियां उफान पर आ गईं और लोगों को अपने घर छोड़ने पड़े। सबसे अधिक पूर्वी, मध्य नेपाल और काठमांडू घाटी में तबाही मची। यहां के गांवों की हालत खराब है। 20,000 से अधिक सैन्य बल बचाव और राहत कार्य में जुटा है। रविवार से बारिश बंद है, लेकिन कई संपर्क मार्ग कट चुके हैं।
नेपाल ने ऐसी थी बाढ़ की तबाही
नेपाल की बाढ़ से भारत को भी नुकसान
नेपाल में भारी बारिश और बाढ़ का असर भारत के बिहार समेत अन्य राज्यों में भी दिखाई दे रहा है। नेपाल में नदियों के उफान के बाद कोसी बैराज से 6.81 क्यूसेक पानी छोड़े जाने की बात सामने आई है, जो पिछले 56 वर्षों में सबसे अधिक है। हालांकि, इसकी पुष्टि नहीं हुई है। बिहार में बाढ़ से 7 से अधिक तटबंध टूटे है, जिससे कई गांवों में पानी पहुंच गया है। यहां से लोग विस्थापित किए जा रहे हैं।