सिक्किम बाढ़: 14 लोगों की मौत, 22 जवानों समेत 102 लापता; हजारों पर्यटक फंसे
क्या है खबर?
सिक्किम में बादल फटने के कारण तीस्ता नदी में आई बाढ़ में अब तक 14 लोगों की मौत हो गई है। सेना के 22 जवानों समेत 102 लोग लापता बताए जा रहे हैं, वहीं हजारों की संख्या में पर्यटक फंस हुए हैं।
सिक्किम सरकार के अधिकारियों ने इस आंकड़े की पुष्टि की है।
सैटेलाइट तस्वीरों में बादल फटने के कारण ल्होनक झील का 65 प्रतिशत पानी बहने की पुष्टि हुई है।
सिक्किम
14 पुल ढहे, 3,000 पर्यटक फंसे
बाढ़ में हुए नुकसान की जानकारी देते हुए अधिकारी ने कहा, "कम से कम 14 पुल ढह गए हैं, जिनमें से 9 सीमा सड़क संगठन के अधीन थे और पांच राज्य सरकार के अधीन थे। 3,000 से अधिक पर्यटकों के फंसे होने की आशंका है।"
तीस्ता स्तर 3 बांध में काम कर रहे लगभग 14 मजदूर अभी भी सुरंगों में फंसे हुए हैं।
सिक्किम सरकार ने आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत घटना को आपदा घोषित कर दिया है।
सेना
भारतीय सेना और NDRF की टीम राहत कार्य में जुटीं
बुधवार शाम भारतीय सेना ने जानकारी दी कि सिंगतम के पास बारदांग से लापता हुए 23 सैनिकों में से एक को बचा लिया गया है।
इस बाढ़ के करण 26 लोग घायल हुए हैं, जिनका अस्पताल में इलाज जारी है।
सेना और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीम राहत कार्य में जुटी हैं।
इस त्रासदी से 22,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। अभी तक 1,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है।
इंटरनेट
इंटरनेट ठप, सिक्किम और देश के बीच का मुख्य संपर्क मार्ग बहा
सिक्किम के मंगन जिले के संगकलान और तूंग में बाढ़ के कारण फाइबर केबल लाइनें बर्बाद होने से चुंगथांग और अधिकांश उत्तरी सिक्किम में मोबाइल नेटवर्क और ब्रॉडबैंड कनेक्शन ठप हैं। चुंगथांग में पुलिस स्टेशन भी नष्ट हो गया है।
सिक्किम और देश के बाकी हिस्सों के बीच मुख्य संपर्क मार्ग राष्ट्रीय राजमार्ग-10 (NH-10) के कुछ हिस्से बह गए हैं। तीस्ता घाटी में स्थित डिक्चु, सिंगताम और रंगपो समेत कई कस्बों में नदी में आए उफान से बाढ़ आ गई।
राहत
राहत बचाव के लिए राज्य सरकार ने उठाए कदम
बाढ़ की भयावहता की खबरों के बीच मुख्यमंत्री पीएस तमांग ने सिंगताम का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया।
सिक्किम सरकार की मदद से स्थानीय प्रशासन विस्थापित लोगों के लिए सिंगतम, रंगपो, डिक्चू और आदर्श गांव में 18 राहत शिविर स्थापित करवा रहा है।
सिक्किम में राशन और अन्य आवश्यक चीजों की कमी से निपटने के लिए भी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री ने मदद का दिया आश्वासन, स्कूल 8 अक्टूबर तक बंद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य के मुख्यमंत्री से बात कर हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। एक्स पर एक पोस्ट कर प्रधानमंत्री मोदी ने इसकी जानकारी दी।
इस बीच बाढ़ के हालात को देखते हुए शिक्षा विभाग की एक अधिसूचना में कहा गया है कि मंगन, गंगटोक, पाकयोंग और नामची जिलों में स्थित सभी स्कूल 8 अक्टूबर तक बंद रहेंगे।
इसके अलावा उत्तरी बंगाल और बांग्लादेश के लिए भी बाढ़ की चेतावनी जारी की गई है।
इसरो
ISRO ने जारी की बाढ़ की तस्वीरें, बांध का हिस्सा ढहा
सिक्किम में बादल फटने और अचानक आई बाढ़ से एक हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट (बांध) का बड़ा हिस्सा बह गया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने इस आपदा से जुड़ी कुछ तस्वीरें जारी की हैं।
इसरो ने कहा, "झील क्षेत्र में 17, 28 सितंबर और 4 अक्टूबर को अस्थाई परिवर्तन हुआ है। बादल फटने से झील की लगभग 105 हेक्टेयर भूमि अचानक बह जाने से बाढ़ आ गई। हम झील पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।"